उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के बुलाने पर भारत आया पाक पत्रकार, ISI के लिए जासूसी, नुसरत मिर्जा का खुलासा

आश्चर्य की बात ये हा कि इस सनसनीखेज आरोप पर न तो कांग्रेस की अभी तक कोई प्रतिक्रिया आई है और न ही हामिद अंसारी ने अपना कोई बयान जारी किया है ।
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के बुलाने पर भारत आया पाक पत्रकार, ISI के लिए जासूसी, नुसरत मिर्जा का खुलासा
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कभी आतंक के आका को साहब कह कर संबोधित करने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह विवादों में आए थे । लेकिन अब कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर बड़े आरोप लगे हैं । यह आरोप एक पाकिस्तानी पत्रकार के हवाले से लगाया गया है। पत्रकार का नाम नुसरत मिर्जा है।

यूपीए शासन के दौरान कई बार भारत आया

पत्रकार नुसरत मिर्जा का दावा है कि वह यूपीए शासन के दौरान कई बार भारत आए थे। उस समय के तत्कालीन पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के निमंत्रण पर पत्रकार नुसरत मिर्जा यहां पर आए थे । भारत में उन्होने खुफिया जानकारी जुटाई और पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई को भेज दी । नुसरत मिर्जा ने एक यूट्यूबर सईद चौधरी को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि वह 2005 और 2011 के बीच कई बार भारत आए थे। उस दौरान खुफिया जानकारी एकत्र करके आईएसआई को दी थी ।

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने इस संगोष्ठी में भाग लेने का निमंत्रण

यूट्यूबर को दिए अपने एक इंटव्यू में नुसरत मिर्जा ने अपने 2010 के दौरे का भी जिक्र किया। नुसरत ने कहा कि वह आतंकवाद पर एक सेमिनार में शामिल होने भारत आया था। उस समय तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने इस संगोष्ठी में भाग लेने का निमंत्रण दिया था। आखिरी बार वह साल 2011 में भारत आए थे। उन्होंने कई जगहों की यात्रा की और जानकारी जुटाई। उस दौरान उनकी मुलाकात जफरुल इस्लाम खान से हुई थी। दौरे के दौरान मिली जानकारी को आईएसआई को दी गई।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से कई सुविधाएं मिली

मिर्जा ने यह भी दावा किया कि उन्हें पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से कई सुविधाएं मिलती थीं । उन्हें भारत के तीन शहरों के बजाय पांच शहरों में जाने की अनुमति मिलती थी। मिर्जा ने दावा किया है कि वह पांच बार भारत आया था। दिल्ली, बैंगलोर, चेन्नई, पटना और कोलकाता का भी दौरा किया। पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री खुर्शीद ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कयानी को इसकी जानकारी देने को कहा था । कयानी की जगह मिर्जा ने खुर्शीद को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उनके पास और जानकारी देने के लिए फोन आते रहे।

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