गुजरात के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो दर्जन की हालत गंभीर है। सोमवार को इस हादसे में 10 लोगों की मौत हुई थी, वहीं 19 लोगों की आज मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। इस केस में मुख्य आरोपी समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच SIT ने शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि सोमवार को बरवाला के रोजिद गांव में एक शराब भट्टी पर 8 गांव के लोग शराब पीने आए थे। शराब की जगह वहां लोगों को मेथेनॉल केमिकल दिया गया था। यह मेथेनॉल अहमदाबाद से लाया गया था। भावनगर रेंज आईजी अशोक यादव ने इस मामले की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। गौरतलब है की गुजरात राज्य में शराब बैन है, इसके बावजूद ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। शराबबंदी होने के बावजूद सब लोग जानते हैं कि राज्य में अवैध रूप से शराब बिकती है लेकिन सवाल यह है कि किन लोगों के संरक्षण में अवैध शराब का कारोबार बेधड़क चलता है।
उधर, भावनगर के रेंज आईजी अशोक यादव ने जांच के लिए एफएसएल की टीम को भी गांधीनगर से बुलाया है। एफएसएल की टीम शराब के नमूने लेकर उसमें मिलाए गए केमिकल की जांच करेगी। घटना की जानकारी के बाद एटीएस के डीआईजी दीपेन भद्रन भी बरवाला के रोजिद गांव पहुंचे। भावनगर से बरवाला पहुंचे पुलिस अधीक्षक सुनील जोशी अपने साथ अन्य पुलिस अधिकारियों के अलावा एंबुलेंस आदि भी लेकर गए रात को ही बरवाला के अस्पताल में भर्ती बीमार लोगों को भावनगर के सिविल अस्पताल पहुंचाया गया।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोषी एवं प्रवक्ता मनहर पटेल ने भाजपा सरकार को दोषी बताते हुए कहा है कि सरकार की भ्रष्ट नीति के कारण राज्य में गांव से गांधीनगर तक भ्रष्टाचार फैला है। आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है माफिया व अवैध शराब का कारोबार करने वाले लोग पुलिस अधिकारियों को भी धमकाने लगे हैं। महात्मा गांधी के गुजरात में राज्य की स्थापना के साथ ही शराब बंदी लागू की गई थी लेकिन भाजपा की भ्रष्ट नीति के कारण आज शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि अवैध शराब के कारण नेताओं एवं अधिकारियों को करोड़ों रुपए पहुंचते हैं इसलिए इसे रोकने के लिए कोई उपाय नहीं किए जाते।
इस केस में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। ऐसा कहा जा रहा है कि बोटाद नबुई चौकड़ी के पास एक मकान में अवैध देसी शराब का कारोबार चलता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल भी गुजरात दौरे पर हैं। उन्होंने इस शराब कांड पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि गुजरात में शराबबंदी के बावजूद शराब बिक्री और ऐसा हादसा होना बेहद शर्मनाक है।