केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने राज्यसभा सीटों और राज्यपाल पद का झूठा वादा करके लोगों से 100 करोड़ रुपए की ठगी करने की कोशिश करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। CBI अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में महाराष्ट्र के लातूर के कमलाकर प्रेमकुमार बंदगर, कर्नाटक के बेलगाम के रवींद्र विट्ठल नाइक और दिल्ली-एनसीआर के महेंद्र पाल अरोड़ा, अभिषेक बूरा और मोहम्मद एजाज खान को नामजद किया है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई अधिकारियों पर हमला करने के बाद तलाशी अभियान के दौरान एक आरोपी भाग गया।
बताया जा रहा है कि आरोपी बंदगर खुद को सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में खुद को पेश कर रहा था। इतना ही नहीं वह लोगों के सामने उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ अपने संबंधों का दिखावा कर रहा था। वह बूरा, अरोड़ा, खान और नाइक को लोगों को झांसा देकर काम लाने के लिए कहता था ताकि उसके बदले में वह करोड़ों रुपये की डील कर सके। इतना ही नहीं आरोपी खुद को बड़े नेताओं के करीबी बताकर लोगों को बरगलाते थे। हालांकि सीबीआई ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
अधिकारियों के अनुसार आरोपियों ने राज्य सभा में सीटों की व्यवस्था, राज्यपाल के रूप में नियुक्ति, केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों के तहत विभिन्न सरकारी संगठनों में अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के लिए झूठा आश्वासन देकर निजी व्यक्तियों को धोखा देने के लिए साजिश रची।