उत्तर प्रदेश के बिजनौर में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के प्रयास वाली एक घटना सामने आई है। रविवार शाम को दो सगे मुस्लिम भाईयों ने जिले की जलाल शाह मजार, कुतुब शाह मजार और भूरे शाह मजार पर ऐसा तांडव मचाया कि सांप्रदायिक माहौल बिगड़ता बिगड़ता बचा। पुलिस ने दोनों आरोपी कमाल और आदिल को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों भाईयों ने भगवा साफा पहनकर मजारों पर तोड़फोड़ की, चादरों को जलाया और राख के ढेर में तब्दील कर दिया। फिलहाल बिजनौर जिले के एसपी और डीएम ने शेरकोट में डेरा डाला हुआ है।
ये घटना अपने आप में अनोखी है और लोगों को सोचने पर मजबूर करती है। देश में लगातार पिछले कई दिनों से सांप्रदायिक घटनाएं सामने आ रहीं हैं। ऐसे में ये घटना खास इसलिए है क्योंकि यहां पर मुस्लिम युवकों ने ही अपनी पूजास्थली पर हमला किया है।
हमला करते समय दोनों भाईयों ने भगवा साफा ओढ़ रखा था। जिसमें प्रथमदृष्ट्या लगा कि इस घटना हिन्दू युवकों ने अंजाम दिया है। लेकिन गिरफ्तारी के बाद सामने आया कि ये तांडव मुस्लिम युवकों ने मचाया था।
क्या एक बार फिर देश को सांप्रदायिक आग में जलाने की साजिश की जा रही थी? क्या इन लोगों का एकमात्र मिशन बार बार भारत में दंगे कराना है?
बिजनौर के शेरकोट में स्थित भूरे शाह मजार, जलाल शाह मजार और कुतुब शाह मजार को इन दोनों भाइयों ने क्षतिग्रस्त कर दिया।
घटना 24 जुलाई शाम की है। इन साजिशगर्दों के इस्तकबाल इतने बुलंद थे कि इन्हें थाने तक का डर नहीं था क्योंकि कुतुब शाह मजार थाने से मात्र 50 मीटर और जलाल शाह मजार मात्र 200 मीटर की दूरी पर स्थित है।
जिले की फिजा को बिगाड़ने के लिए इन दोनों ने जमकर उत्पात मचाया और अपने ही धर्म के धर्मस्थलों पर तोड़फोड़ की।
एक रिपोर्ट के अनुसार बिजनौर में लगभग 44 प्रतिशत जनसंख्या मुस्लिम है। बिजनौर में कई क्षेत्र ऐसे हैं जो कि मुस्लिम बहुल हैं।
अगर पुलिस जरा सी भी लापरवाही बरतती तो इस घटना से बिजनौर का माहौल खराब होने में देर नहीं लगती है। वैसे भी पिछले कई महीनों से राजस्थान, यूपी, झारखंड सहित लगभग पूरा उत्तर भारत कई बार धार्मिक दंगों की आग में जल चुका है। पुलिस की सतर्कता की दाद देनी होगी वर्ना ये घटना देश भर की हिंसा की आग में पेट्रोल साबित हो सकती थी।
इन भाइयों की इस नीच हरकत को जब स्थानीय लोगों को देखा तो तुरंत पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत एक्शन लिया और मौके पर जाकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
सूचना पर जिले के डीएम उमेश मिश्रा और एसपी दिनेश सिंह ने जानकारी ली और हालात को काबू में लिया। पुलिस फिलहाल दोनों ही साजिशगर्दों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में पता लगाया जा रहा है कि इस तोड़फोड़ की वजह क्या थी और कहीं ये कोई बड़ी साजिश तो नहीं थी। इतना तो तय है अगर ये दोनों भाई पकड़े न जाते तो जिले के हालत कुछ और होते।