डेस्क न्यूज़ – भारतीय नौसेना के पोत INS जलाशवाले पुरुष मालदीव से 698 भारतीय नागरिकों को वापस लेकर कोच्चि बंदरगाह पहुंचे हैं। भारतीय नौसेना के अनुसार, 19 गर्भवती महिलाएं 698 भारतीय नागरिकों में से हैं। भारत में कोरोना मामलों में कमी के बाद, भारत सरकार ने दुनिया भर में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए कदम बढ़ाए हैं। नौसैनिक जहाज द्वारा खाड़ी देशों से भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन समुंद्र सेतु 7 मई से शुरू किया गया है।
इसके अलावा, भारतीयों को विमानों से निकालने की प्रक्रिया में भी तेजी लाई गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उम्मीद जताई है कि दुनिया भर में फंसे लगभग 15,000 भारतीयों को 7 मई से वापस भारत लाया जाएगा। पहले सप्ताह में 64 उड़ानों में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ब्रिटेन, मलेशिया, अमेरिका, फिलीपींस, बांग्लादेश, सिंगापुर, कुवैत, सऊदी अरब, बहरीन और ओमान से भारतीय नागरिकों को निकाला जाएगा।
वहीं, रविवार सुबह लंदन से ब्रिटिश एयरवेज का एक विशेष विमान अमृतसर पहुंचा है। बताया जा रहा है कि इस विमान में सवार होकर 305 एनआरआई वापस भारत आ गए हैं।
भारत सरकार ने इस विशाल कार्य को करने के लिए पहले सप्ताह में चार भारतीय नौसेना के जहाजों को तैनात करने की तैयारी की है। बचाव अभियान के लिए कम से कम एक दर्जन विमान और लगभग 30 भारतीय वायु सेना (IAF) विमान स्टैंडबाय पर हैं।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर के कई देशों में भी ताला लग गया था। इसके कारण, भारतीयों के बेरोजगार होने के बाद, उन्हें खाने–पीने के संकट का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही, कई लोग अपने रिश्तेदारों से मिलने या उनसे मिलने के लिए विदेश गए, जो ताला बंद होने के बाद वहां फंस गए थे। सरकार ने ऐसे भारतीयों को निष्कासित करने के प्रयासों को आगे बढ़ाया है।