केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति से फोन पर बात की।
इस दौरान कुलपति ने केंद्रीय मंत्री को एएमयू में बुरी तरह से फैल चुके कोरोना संक्रमण एवं उसके रोकथाम की जानकारी दी।
विश्वविद्यालय ने केंद्र सरकार से रेमडिसीविर इंजेक्शन व ऑक्सीजन मांगी है।
यहां अभी तक 44 व्यक्तियों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में केवल 20 दिनों के भीतर 44 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है।
इनमें 26 प्रोफेसर्स भी शामिल हैं। मरने वाले प्रोफेसर्स में 16 वकिर्ंग और 10 रिटायर्ड फैकल्टी है।
विश्वविद्यालय ने संदेह जताया है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कोरोना का कोई नया वेरिएंट हो सकता है।
विश्वविद्यालय के कुलपति ने यहां से लिए गए सैंपल की जांच के लिए आईसीएमआर से आग्रह किया है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति तारिक मंसूर ने निशंक से बातचीत के बाद कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने गुरुवार को मेरे साथ टेलीफोन पर बात की। मैंने उन्हे एएमयू कर्मचारियों के जीवन की दुखद क्षति के बारे में बताया। साथ ही एएमयू को निरंतर ऑक्सीजन की आपूर्ति और रेमेडिसवायर इंजेक्शन की आवश्यकता के बारे में केंद्रीय मंत्री को बताया।
कुलपति ने केंद्र शिक्षा मंत्री को बताया कि वह एएमयू में टीकाकरण अभियान के लिए एएमयू कर्मचारियों को प्रेरित कर रहे हैं। साथ ही इस दौरान केंद्र सरकार से एएमयू में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने की मांग की गई।
एएमयू के कुलपति ने आईसीएमआर को विश्वविद्यालय से भेजे गए सैंपल की जांच करने का आग्रह किया है। कुलपति को संदेह है कि एएमयू में कोरोना का कोई नया वेरिएंट पाया जा सकता है। आईसीएमआर से हुई चर्चा की जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक को भी दी गई।