दिग्विजय सिंह के धारा 370 वाले बयान से कांग्रेस पार्टी मुश्किल में …

भारत के विरोध में काम करने वाले ऐसे व्यक्ति की जांच एनआईए सहित अन्य सक्षम एजेंसियों से कराई जानी चाहिए, जिससे अन्य भारत विरोधी ताकतें भी सिर उठाने की हिम्मत न कर सकें।
दिग्विजय सिंह के धारा 370 वाले बयान से कांग्रेस पार्टी मुश्किल में …

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह द्वारा धारा 370 को लेकर क्लब हाउस चैट में दिए गए बयान ने कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है। इस मसले पर एक तरफ जहां भाजपा हमलावर है तो वहीं उनके परिवार के लोग भी अपरोक्ष रूप से उन्हें घेर रहे हैं । इतना ही नहीं, कांग्रेस का कोई बड़ा नेता खुलकर उनके पक्ष में खड़ा नजर नहीं आ रहा।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पिछले दिनों क्लब हाउस चैन के दौरान जर्मनी के एक पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कहा था कि कश्मीर से धारा 370 हटाने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया नहीं अपनाई गई, हमें इस मसले पर फिर से विचार करना होगा। यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

दिग्विजय सिंह के इस बयान को भाजपा के तमाम नेताओं ने देश विरोधी करार दिया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में दिग्विजय सिंह द्वारा पूर्व में दिए गए बयानों का हवाला दिया है । साथ ही कहा है कि दिग्विजय सिंह जैसे लोगों के दुस्साहस का पानी अब सिर से ऊपर हो चुका है। भारत के विरोध में काम करने वाले ऐसे व्यक्ति की जांच एनआईए सहित अन्य सक्षम एजेंसियों से कराई जानी चाहिए, जिससे अन्य भारत विरोधी ताकतें भी सिर उठाने की हिम्मत न कर सकें।

भागवत ने कहा था, " भारत-पाकिस्तान रिश्तो में भाई है, कौरव पांडवों जैसे, पाकिस्तान हमारा भाई, सरकार मजबूत करें उससे रिश्ते।"

दिग्विजय सिंह ने अपने बयान पर पहले सफाई दी थी उसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा की एनआईए की जांच कराए जाने संबंधी मांग पर ट्वीट किया है। इसके साथ उन्होंने मोहन भागवत के छह साल पुराने एक बयान का भी जिक्र किया है, जिसमें भागवत ने कहा था, " भारत-पाकिस्तान रिश्तो में भाई है, कौरव पांडवों जैसे, पाकिस्तान हमारा भाई, सरकार मजबूत करें उससे रिश्ते।"

पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।

दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा है, " क्या मोहन भागवत जी को भी पाकिस्तान भेजोगे? उनकी भी एनआईए की जांच कराओगे? हम दोनों की जांच एनआईए से करवा लो।"

दिग्विजय सिंह का बयान आने के बाद कांग्रेस ने पूरी तरह चुप्पी साध ली है । इतना ही नहीं आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि दिग्विजय सिंह पार्टी के किसी पद पर नहीं है और उनका यह बयान व्यक्तिगत है। पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।

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