शिव सेना विधायक के पत्र ने मचाया हड़कंप,वही एमवीए का दावा सरकार को कोई खतरा नहीं

पूर्व मंत्री रवींद्र वायकर और उनके परिवारों को कई केंद्रीय जांच एजेंसियां परेशान कर रही हैं, लेकिन अगर शिवसेना-भाजपा एक साथ आते हैं, तो वे उत्पीड़न से बच जाएंगे।
शिव सेना विधायक के पत्र ने मचाया हड़कंप,वही एमवीए का दावा सरकार को कोई खतरा नहीं

महाराष्ट्र की राजनीती पहले बयानों से शुरू हुई उसके बाद अब निशानो से तंज कसा जा रहा है वही शिवसेना के एक विधायक ने अपने नेतृत्व को भाजपा के साथ समझौता करने का आग्रह करने वाला एक पत्र लिखा था, जिसके एक दिन बाद सोमवार को पार्टी ने उनके सुझावों से खुद को दूर कर लिया है,

जबकि कांग्रेस ने आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार (एमवीए)को यहां कोई खतरा नहीं है। ठाकरे को हाल ही में ठाणे के ओवाला-मजीवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक प्रताप सरनाइक ने पत्र लिख मांग की थी कि पार्टी के लाभ के लिए शिवसेना को भाजपा से हाथ मिला लेना चाहिए। सरनाइक सात महीनों से ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं।

संकट में घिरे सरनाइक ने बताया कि कैसे वह और शिवसेना के अन्य नेता जैसे मंत्री अनिल परब और पूर्व मंत्री रवींद्र वायकर और उनके परिवारों को कई केंद्रीय जांच एजेंसियां परेशान कर रही हैं, लेकिन अगर शिवसेना-भाजपा एक साथ आते हैं, तो वे उत्पीड़न से बच जाएंगे।

शिवसेना को भाजपा में वापस आने के लिए प्रेरित किया।

दिलचस्प बात यह है कि विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने इसे शिवसेना का आंतरिक मामला बताते हुए खारिज कर दिया और दावा किया कि पार्टी को अपने पूर्व सहयोगी के साथ गठजोड़ करने में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने फिर से शिवसेना को भाजपा में वापस आने के लिए प्रेरित किया।

सरनाइक के प्रति सहानुभूति जताते हुए कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि पत्र की सामग्री से यह स्पष्ट है कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा उन्हें किस तरह की मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है।

सावंत ने तीखे स्वर में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार एमवीए सरकार को अस्थिर करने के लिए जांच एजेंसियों का खुलेआम दुरुपयोग कर रही है। भाजपा किसी भी तरह से सत्ता हथियाने के लिए इतना नीचे गिर रही है।"

Like and Follow us on :

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com