प्रियंका गांधी ने दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, 'राजीव सातव, हमने अपने सबसे प्रतिभाशाली सहयोगियों में से एक को खो दिया। दिल के साफ, ईमानदार, कांग्रेस के आदशरें के लिए प्रतिबद्ध और भारत के लोगों के लिए समर्पित। मेरे पास कोई शब्द नहीं है, बस उनकी युवा पत्नी और बच्चे के लिए प्रार्थना करती हूं। उन्हें उनके बिना आगे बढ़ने की ताकत मिले।'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य, राजीव सातव का 23 दिनों की कोविड -19 के साथ लंबी लड़ाई के बाद यहां एक अस्पताल में निधन हो गया।
वह 46 वर्ष के थे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कोर टीम के सदस्य थे।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "मैं अपने दोस्त राजीव सातव को खोने से बहुत दुखी हूं। वह बड़ी क्षमता वाले नेता थे जिन्होंने कांग्रेस के आदशरें को मूर्त रूप दिया। यह हम सभी के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके परिवार प्रति मेरी संवेदना।"
उन्हें पुणे के जहांगीर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी हालत बिगड़ने पर एक हफ्ते बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
कुछ ठीक होने के बाद, पिछले सप्ताह से उनकी हालत फिर से बिगड़ गई और वे आईसीयू में ही रहे जहां रविवार तड़के उन्होंने दम तोड़ दिया।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के अलावा सातव का विशेषज्ञों की मदद से साइटोमेगालोवायरस संक्रमण और कुछ अतिरिक्त जटिलताओं का भी इलाज किया जा रहा था।
उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कांग्रेस सांसद राजीव सातव के निधन पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया, "वह एक सक्रिय सांसद थे और लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध थे।" वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राजीव सातव के निधन पर संवेदना जताई। पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा ' राजीव सातव की मौत से गहरा धक्का लगा, वह एक दमदार नेता थे, उनके परिवार, समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं है '