राजस्थान में भाजपा के पोस्टरों से गायब हुई राजे, इस पोस्टर से राजे का ना होना राजस्थान की राजनितिक सियासत का क्या संकेत हो सकता है ?

जिन राज्यों में भाजपा विपक्ष में है वहां प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की तस्वीर होनी चाहिए, मोदी और नड्डा के साथ विपक्ष के नेता और इसलिए यह बदलाव आया है।
राजस्थान में भाजपा के पोस्टरों से गायब हुई राजे, इस पोस्टर से राजे का ना होना राजस्थान की राजनितिक सियासत का क्या संकेत हो सकता है ?

राजस्थान की राजनीती में फिर अंधरुनि बगावत की बुह आने लगी है वो चाहे सत्ता में कांग्रेस की बात करे या विपक्ष में बीजेपी की, एक तरफ कांग्रेस से सचिन पायलट से सीधा गहलोत गुट से नाराजगी है तो दूसरी और बीजेपी में वसुंधरा राजे का अपनी ही पार्टी के लोगो के बीच खींचतान है जो की छोटी – छोटी चीजों में सामने आने लगी है अब वो चाहे पोस्टर में राजे की फोटो ना हो या पार्टी की मीटिंग में राजे का शामिल ना होना अंतर कलह साफ़ जाहिर है।

वही एक बार फिर भाजपा के प्रदेश मुख्यालय से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पोस्टर हटा दिया है। मौजूदा पोस्टर में एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और दूसरी तरफ सतीश पूनिया और गुलाब चंद कटारिया हैं, लेकिन कहीं भी राजे की कोई तस्वीर नहीं है। दूसरे पोस्टरों में वरिष्ठ नेताओं को श्रद्धांजलि के रूप में अनुभवी नेताओं दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तस्वीरें हैं।

जबकि पहले के पोस्टरों में एक तरफ राजे की तस्वीर थी। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर की तस्वीरें थीं। दूसरे पक्ष में पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तस्वीर पेश की।
भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने गाइडलाइन जारी की है कि राज्य में भाजपा के सभी पोस्टरों में नियमानुसार मोदी और नड्डा के साथ मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की तस्वीर होनी चाहिए, जबकि जिन राज्यों में भाजपा विपक्ष में है वहां प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की तस्वीर होनी चाहिए। मोदी और नड्डा के साथ विपक्ष के नेता और इसलिए यह बदलाव आया है।

वसुंधरा राजे रसोई के प्रचार में लगी हुई हैं।

पिछले कुछ महीनों में राजे को राज्य पार्टी कार्यालय और राज्य पार्टी के नेताओं से दूरी और अंतर बनाए रखते हुए देखा गया है और खुद को सभी राज्य भाजपा गतिविधियों से अलग रखते हुए "ब्रांड राजे" का प्रचार करते देखा गया है।

जब पार्टी सेवा ही संगठन अभियान चला रही है तो वसुंधरा राजे रसोई के प्रचार में लगी हुई हैं।

साथ ही उनके अनुयायी सोशल मीडिया पर 'टीम वसुंधरा राजे 2023' अभियान चला रहे हैं, जिसमें उन्हें बीजेपी के लिए राजस्थान का अगला सीएम चेहरा बताया जा रहा है।

वह महामारी के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए ट्विटर पर 'वसुंधरा राजे का कार्यालय' हैंडल चला रही हैं, जबकि बीजेपी उन लोगों की मदद के लिए अपना खुद का हैंडल चला रही थी जो दवाएं, ऑक्सीजन, बिस्तर आदि चाहते थे।

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