चीनी घुसपैठ पर लगाम नहीं :पिछले महीने किया उत्तराखंड सीमा के पास बॉर्डर क्रॉसिंग। हुआ खुलासा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घोड़ों पर आए चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसकर तोड़फोड़ की और लौटने से पहले एक पुल भी तोड़ दिया। बता दें बाराहोती वही इलाका है जिसमें चीन ने 1962 की जंग से पहले भी घुसपैठ की थी।
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सीमा विवाद को लेकर चीन की हरकते थम नहीं रही हैं । एक तरफ वह बातचीत से विवाद हल करने का बात करता है दूसरी तरफ घुसपैठ की घटनाओं कप अंजाम दे रहा है । ताजा घटना उत्तराखंड के बाराहोती सेक्टर से लगे बॉर्डर की हैं। उत्तराखंड़ के बाराहोती सेक्टर में LAC को लेकर भारत और चीन में मतभेदों के चलते छोटी-मोटी घुसपैठ होती रहती है, लेकिन इस बार चीनी सैनिकों की संख्या चौंकाने वाली थी। चीन ने बाराहोती सेक्टर में LAC के पास निर्माण भी बढ़ा दिए हैं।

पूर्वी लद्दाख मे LAC पास भी चीन ने किया निर्माण

पिछले हफ्ते ही ये रिपोर्ट सामने आई थी कि चीन ने पूर्वी लद्दाख में (LAC) के पास करीब 8 लोकेशन पर अस्थायी टेंट जैसी रहने की व्यवस्था की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने उत्तरी इलाके में काराकोरम पास के करीब वहाब जिल्गा से लेकर पीयु, हॉट स्प्रिंग्स, चांग ला, ताशिगॉन्ग, मान्जा और चुरुप तक शेल्टर का निर्माण कर चुकी है । यहां हर लोकेशन पर सात क्लस्टर्स में 80 से 84 तक कंटेनर्स का निर्माण किया गया है ।

चीन के 100 सैनिकों ने पिछले महीने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) क्रॉस की थी। यह जानकारी अब सामने आई है।

न्यूज एजेंसी PTI के सूत्रों के मुताबिक

चीनी सैनिकों का दस्ता 30 अगस्त को घुसपैठ किया था , और 3 घंटे वहां रहने के बाद वापस लौट गए। इसके जवाब मे भारतीय सैनिकों ने भी पेट्रोलिंग की थी। हालांकि, चीनी घुसपैठ के बारे में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घोड़ों पर आए चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसकर तोड़फोड़ की और लौटने से पहले एक पुल भी तोड़ दिया। बता दें बाराहोती वही इलाका है जिसमें चीन ने 1962 की जंग से पहले भी घुसपैठ की थी।

पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद पर पिछले साल ही चीनी सैनिकों और भारतीय सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। इसके बाद दोनों सेनाओं ने विवादित इलाकों में डिसएंगेजमेंट पूरा कर लिया था, लेकिन चीन अब फिर से घुसपैठ की हरकतें कर रहा है।

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