घर बैठे खुद ही कीजिए कोरोना टेस्ट, होम टेस्टिंग किट कोविसेल्फ को आईसीएमआर की मंजूरी

पॉजिटिव रिपोर्ट उससे भी काफी पहले आ जाएगी। यदि रिपोर्ट 20 मिनट के बाद आती है, तो यह अवैध माना जाएगा।
घर बैठे खुद ही कीजिए कोरोना टेस्ट, होम टेस्टिंग किट कोविसेल्फ को आईसीएमआर की मंजूरी

कोरोना की रेंडम जांच के लिए आपको न तो स्वास्थ्य केंद्रों में जाने की आवश्यकता होगी और न ही सैंपल कलेक्शन के लिए किसी को घर बुलाने की जरूरत है। आप खुद अपने घर में ही आसानी से कोरोना की जांच कर पाएंगे। घर में कोविड जांच के लिए पहली टेस्टिंग किट कोविसेल्फ अगले सप्ताह के अंत तक बाजार में उपलब्ध होगी। यह पहली होम टेस्टिंग किट है, जिसे देश में इस्तेमाल के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने मंजूरी दी है। इसे पुणे की कंपनी मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशन लिमिटेड ने बनाया है। उत्पादकों ने भारत में 90 फीसदी पिन कोड्स तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है, जबकि इसे ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है। अगले सप्ताह के अंत तक यह दवा की सात लाख दुकानों और हमारे कंपनी के ऑनलाइन फार्मेसी पार्टनर्स के पास उपलब्ध होगी। कोविसेल्फ किट की कीमत 250 रुपए होगी, जिसमें टैक्स शामिल है।

किट के साथ एक मैन्युल होगा, जिसमें बताया जाएगा कि बिना किसी स्वास्थ्यकर्मी की मदद लिए आप कैसे खुद ही कोरोना की जांच कर सकते हैं। चूंकि यह रेपिड एंटीजन टेस्ट है, इसमें केवल नेजल स्वैब की जरूरत होगी। टेस्ट में केवल दो मिनट का समय लगेगा और 15 मिनट के भीतर आपको परिणाम पता चल जाएगा। पॉजिटिव रिपोर्ट उससे भी काफी पहले आ जाएगी। यदि रिपोर्ट 20 मिनट के बाद आती है, तो यह अवैध माना जाएगा।

केवल वे लोग होम टेस्टिंग करें, जिनमें लक्षण हैं या जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं।

पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीज को किसी और दूसरी जांच की जरूरत नहीं होगी। हालांकि कोरोना लक्षण वाले मरीज जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आएगी, उन्हें बाद में आरटीपीसीआर टेस्ट भी करवाना होगा। आईसीएमआर ने होम टेस्टिंग को लेकर यह भी कहा है कि हर किसी को यह जांच करने की आवश्यकता नहीं है। केवल वे लोग होम टेस्टिंग करें, जिनमें लक्षण हैं या जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं।

ऐसे कर सकते हैं होम टेस्टिंग

होम टेस्टिंग के लिए गूगल प्ले स्टोर और एपल स्टोर से मोबाइल में ऐप डाउनलोड करना होगा। मोबाइल एप के जरिए ही पॉजिटिव या नेगेटिव रिपोर्ट मिलेगी। होम टेस्टिंग करने वालों को टेस्ट स्ट्रिप से नाक में स्वैब का सैंपल निकालकर तस्वीर खींचनी होगी। ये तस्वीर उसी फोन से लेनी होगी, जिस पर मोबाइल ऐप डाउनलोड हो। मोबाइल ऐप का डाटा सीधे आईसीएमआर के टेस्टिंग पोर्टल पर स्टोर होगा। इस टेस्ट के जरिए जिनकी पॉजिटिव रिपोर्ट आएगी, उन्हें संक्रमित माना जाएगा और उसे किसी अन्य टेस्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐसे मरीजों को आईसीएमआर और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस माननी होगी।

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