डेस्क न्यूज़- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) अपना शताब्दी समारोह मना रहा है, एक दिन पहले पीएम
नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर एएमयू के छात्रों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को संबोधित किया, अब 25 दिसंबर
को श्वेता भट्ट एएमयू के छात्रों को संबोधित करेंगी, श्वेता IPS संजीव भट्ट की पत्नी हैं, यह संजीव भट्ट थे जिन्होंने गुजरात
दंगों पर गंभीर सवाल उठाए थे, इसके बाद उन्हें 30 साल पुराने मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
एएमयू समन्वय समिति इस कार्यक्रम को कर रही है
अपनी स्थापना के शताब्दी वर्ष का जश्न मनाने वाला एएमयू अब एक और कार्यक्रम करने जा रहा है, एएमयू
समन्वय समिति इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही है, यह कार्यक्रम सर सैयद नॉर्थ हॉल में रखा गया है,
कार्यक्रम का आयोजन 25 दिसंबर को शाम 6 बजे किया जाएगा, श्वेता भट्ट का संबोधन ऑनलाइन होगा, इसे
एएमयू समन्वय समिति के फेसबुक पेज पर भी लाइव किया जाएगा, इसके लिए समिति से जुड़े छात्रों ने चुनाव
प्रचार शुरू कर दिया है।
PM मोदी ने AMY छात्रों से की बात
पीएम मोदी- ‘समाज में वैचारिक मतभेद हैं, लेकिन जब राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त करने की बात आती है, तो हर अंतर
को अलग रखना चाहिए, जब आपके सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ते हैं, तो कोई भी ऐसा गंतव्य नहीं है
जिसे हम प्राप्त नहीं कर सकते हैं, किसी देश का समाज सत्ता से बड़ा होता है।
राजनीति समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा
पीएम मोदी- ‘हमें यह समझना होगा कि राजनीति समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन समाज में राजनीति के
अलावा अन्य मुद्दे भी हैं, किसी देश का समाज राजनीति और सत्ता की सोच से कहीं अधिक बड़ा, व्यापक होता है।
चिकित्सा शिक्षा में भी बहुत काम
पीएम मोदी ने कहा चिकित्सा शिक्षा में भी बहुत काम किया गया है, 6 साल पहले तक देश में केवल 7 एम्स थे,
आज देश में 22 एम्स हैं, शिक्षा ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, सभी तक पहुंचना, बराबरी पर पहुंचना, सभी का
जीवन बदलना, हम इस लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी- ‘सरकार उच्च शिक्षा में नामांकन की संख्या बढ़ाने और सीटें बढ़ाने के लिए भी लगातार काम कर रही है,
2014 में, हमारे देश में 16 आईआईटी थे, आज 23 आईआईटी हैं, वर्ष 2014 में हमारे देश में 9 आईआईआईटी थे,
आज 25 आईआईआईटी हैं, 2014 में, हमारे पास 13 आईआईएम थे, आज 20 आईआईएम हैं।
2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के मकान
पीएम मोदी- आज देश जो योजनाएं बना रहा है, वह हर वर्ग तक धर्म के भेद के बिना पहुंच रही हैं, बिना भेदभाव के 40 करोड़ से अधिक गरीबों के बैंक खाते खोले गए बिना भेदभाव के 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के मकान दिए गए। 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को बिना भेदभाव के गैस मिली, यह मंत्र सभी के विकास का मूल आधार है, यह संकल्प देश के इरादों और नीतियों में परिलक्षित होता है।