राजस्थान में कोरोना के कहर के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि यहां पीक कब आएगा? दूसरी लहर कब थमेगी? भास्कर ने इन सवालों का जवाब तलाशने के लिए IIT कानुपर के प्रोफेसर मनींद्र अग्रवाल से मिलकर स्टडी कराई। IIT कानपुर ने हाल ही में देश को पीक का अनुमान दिया था।
स्टडी के मुताबिक प्रदेश में अगले हफ्ते पीक आएगा। पीक का अंतराल 10 से
15 दिन का हो सकता है। जून के पहले हफ्ते से इससे राहत मिलनी शुरू हो
जाएगी और जून के आखिर तक दूसरी लहर शांत हो जाएगी।
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक, राज्य में 10 से 12 मई के बीच पीक आने का अनुमान है। हालांकि, इसकी शुरुआत हो चुकी है। राज्य में कोरोना मरीजों के डेटा विश्लेषण से यह भी तथ्य सामने आ रहा है कि प्रदेश में 19 हजार तक नए रोगी पहुंच सकते हैं। हालांकि, अभी तक 2 मई को सबसे अधिक 18,298 मरीज आए थे। उसके बाद तीन दिन तक लगातार नए रोगियों के आंकड़े में गिरावट आई। मगर पिछले दो दिनों से फिर संक्रमित बढ़ने लगे हैं। शुक्रवार को नए मरीज 18,231 तक मिले।
प्रो. अग्रवाल बताते हैं कि गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की तरह ही राजस्थान में मरीजों का ट्रेंड देखा जा रहा है, लेकिन पंजाब का ट्रेंड बिल्कुल अलग है। वहीं, राजस्थान के चिकित्सा विभाग का कहना है कि पीक को लेकर किसी भी तरह का अनुमान लगाना मुश्किल है। हम हर हालात से निपटने को तैयार हैं।
राजस्थान में शुक्रवार को कोरोना से रिकॉर्ड 164 मौतें हुईं और 18,231 नए मरीज मिले। एक्टिव मरीज 1.99 लाख हो गए हैं। जयपुर में रिकॉर्ड 4,902 मरीज मिले। गुरुवार को यह आंकड़ा 3440 था, यानी 24 घंटे में 42.5% ज्यादा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा ने बताया सरकार के स्तर पर हर स्थिति से निपटने के लिए तैयारी की जा रही है, ताकि मरीजों के सामने किसी तरह की परेशानी न आ सके। मरीजों के बढ़ने की रफ्तार बहुत तेज है। जन अनुशासन की सख्त जरूरत है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि जिस तरह से दो दिनों से कोरोना मरीजों के आंकड़े बढ़ रहे हैं, उसके ट्रेंड को तीन से चार दिन देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है, लेकिन इतना तय है कि राज्य में लॉकडाउन लगाने का लाभ आने वाले दिनों में मिलेगा।