चक्रवाती तूफ़ान ताउते की ताकत से पहुंचे नुकसान का ज़ायज़ा लेने के लिए PM मोदी ने किया हवाई सर्वे

भीषण तूफान के कारण कुछ स्थानों पर बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी क्षति
चक्रवाती तूफ़ान ताउते की ताकत से पहुंचे नुकसान का ज़ायज़ा लेने के लिए PM मोदी ने किया हवाई सर्वे

डेस्क न्यूज़: एक कोरोना तो था ही जिसने देश में तबाही मचाई हुई थी। ऊपर से चक्रवाती तूफान ने देश के पश्चिमी हिस्से में व्यापक नुकसान किया है। गुजरात और दमन व दीव में हजारों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, साथ ही कई लोगों की जान चली गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब से कुछ समय पहले गुजरात और दीव में प्रभावित इलाकों का दौरा किया और चक्रवात ताउते से हुए नुकसान की समीक्षा की। प्रधानमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ऊना, दीव, जाफराबाद और महुवा जैसे इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं। इसके बाद वह अहमदाबाद में एक समीक्षा बैठक में भी भाग लेंगे।

तूफान ताउते से गुजरात में 11 लोगों की जान गयी

गौरतलब है कि गुजरात सीमा के तट से तूफान ताउते मंगलवार सुबह टकराया, इस दौरान भारी तबाही से 13 लोगों की जान चली गई। तटीय इलाकों में भी भारी नुकसान हुआ है। अहमदाबाद में आज समीक्षा बैठक के बाद सरकार चक्रवात से हुए नुकसान का सर्वे कर मुआवजे की घोषणा कर सकती है। भीषण तूफान के कारण कुछ जगहों पर बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए और कई घर और सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गईं।

गुजरात में तूफान ताउते से 16,000 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा है कि चक्रवाती तूफान से 16,000 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 40 हजार से ज्यादा पेड़ और एक हजार से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवाती तूफान अब कमजोर हो गया है और उत्तर की ओर बढ़ते ही यह गहरे दबाव में बदल जाएगा। चक्रवाती तूफान के कारण गुजरात और राजस्थान के कुछ इलाकों में भी भारी बारिश हो रही है और लगभग 35 तालुकों में एक इंच से अधिक बारिश हुई है।

चक्रवात के कारण 40 हजार से अधिक पेड़ टूट गए

गुजरात ताउते तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। इधर अहमदाबाद में सोमवार शाम से बादल छाए रहे और बारिश जारी रही। चक्रवात के कारण उत्तरी गुजरात के मेहसाणा, पाटन, साबरकांठा, बनासकांठा में भी भारी बारिश हो रही है। चक्रवात के कारण 40 हजार से अधिक पेड़ टूट गए हैं। वहीं, पहले की गई तैयारियों से जान-माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। सौराष्ट्र के अमरेली, गिर सोमनाथ, पोरबंदर, राजकोट, भावनगर और बोटाद जिले चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।

महाराष्ट्र के 6349 से ज्यादा गांव प्रभावित

महाराष्ट्र में भी आंधी तूफान से 6349 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं। इससे पहले कर्नाटक के अलग-अलग जिलों में 5 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, गोवा और तमिलनाडु में 2-2 लोगों की मौत हो गई। पिछले तीन दिनों में 5 राज्यों में 27 और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 11 लोगों की मौत हुई है। इनमें रायगढ़ जिले के 4, रत्नागिरी और ठाणे से 2-2, सिंधुदुर्ग और धुले जिले के 1-1 शामिल हैं। इसके अलावा मुंबई के मीरा रोड इलाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई है।

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