मुंबई में बोले पीएम मोदी चांद पर जाने का सपना जरूर पुरा होगा…

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस हवाई अड्डे पर मोदी का स्वागत करने पहुंचे।
मुंबई में बोले पीएम मोदी चांद पर जाने का सपना जरूर पुरा होगा…

न्यूज –प्रधानमंत्री ने मुंबई में 19 हजार करोड़ की परियोजाओं की शुरुआत की। उन्होंनं भारत में बने मेट्रो कोच का उद्घाटन किया। लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं कोश्यारी जी के नेतृत्व में काम कर चुका हूं। मैं इसरो वैज्ञानिकों के हौसले से बहुत प्रभावित हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंबई पहुंच गए हैं। यहां उनका स्वागत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने किया। इसके बाद प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने विले पार्ले में लोकमान्य सेवा संघ तिलक मंदिर में की पूजा। शनिवार को प्रधानमंत्री ने तीन मेट्रो लाइनों का लोकार्पण कर दिया है। महाराष्ट्र के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे मोदी ने यहां मनाए जा रहे गणेश उत्सव में हिस्सा लिया और लोकमान्य सेवा संघ (एलएसएस) के मंडप में भगवान गणेश के दर्शन किए।

कोश्यारी और फडणवीस के अलावा भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल भी मोदी के साथ यहां पूजा अर्चना करने पहुंचे। प्रधानमंत्री ने एलएसएस के अधिकारियों के साथ बातचीत की, जिन्होंने उन्हें स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की एक तस्वीर और एलएसएस की गतिविधियों से संबंधित पुस्तकें भेंट कीं।

प्रधानमंत्री ने 19 हजार करोड़ की परियोजाओं की शुरुआत की। उन्होंनं भारत में बने मेट्रो कोच का उद्घाटन किया। लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं कोश्यारी जी के नेतृत्व में काम कर चुका हूं। मैं इसरो वैज्ञानिकों के हौसले से बहुत प्रभावित हूं।

हम सबको ये नहीं भूलना चाहिए कि चंद्रयान के साथ भेजा गया ऑर्बिटर, अभी वहीं हैं। वह लगातार चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा है। ये भी एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। बीते पांच वर्षों में 'आमची मुंबई' के इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए हमने बहुत ईमानदारी से प्रयास किया है। यहां फडणवीस जी की सरकार ने मुंबई और महाराष्ट्र के एक एक प्रोजेक्ट के लिए कितनी मेहनत की है, मैं जानता हूं।

सबसे ऊंचे स्तर पर वो लोग पहुंचते हैं जो लगातार रुकावटों और बड़ी से बड़ी चुनौतियों के बावजूद, निरंतर प्रयास करते रहते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करके ही दम लेते हैं।

अपने लक्ष्य के लिए कैसे दिन-रात एक कर दिया जाता है, कैसे विपरीत से विपरीत परिस्थिति में भी, बड़ी से बड़ी चुनौती में भी पूरी तन्मयता के साथ कैसे अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जाता है, ये इसरो के हमारे वैज्ञानिकों-इंजीनियरों से सीखा जा सकता है। चांद पर पहुंचने का लक्ष्य जरूर पूरा होगा।

चुनाव प्रचार के दौरान महाराष्ट्र के अनेक शहरों में मैंने लोगों से संवाद किया। उस दौरान मुंबई में जो रात में सभा हुई थी उसकी चर्चा कई दिनों तक हुई। इस स्नेह के लिए मैं आपका आभारी हूं।

मुझे पार्ले में लोकमान्य सेवा संघ में गणपति बप्पा के दर्शन का सौभाग्य मिला। इस वर्ष लोकमान्य सेवा संघ के गणेशोत्सव का शताब्दी वर्ष भी है। लोकमान्य तिलक ने समाज को मजबूत करने के लिए जिस परंपरा का विस्तार किया, आज उसकी गूंज देश-विदेश में है। मुंबई और महाराष्ट्र के लोगों की सादगी और स्नेह मुझे हमेशा अभिभूत कर देता है।

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