वर्जुअल बैठक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आज वर्जुअल बैठक में भाग लिया।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोई भी बाहरी ताकत अफगानिस्तान के विकास और भारत के साथ दोस्ती को नहीं रोक सकती ।
राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कोरोना वैक्सीन प्रदान करने के लिए भारत को धन्यवाद दिया।
शहतूत बांध परियोजना पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए
दोनों देशों ने शहतूत बांध परियोजना पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
286 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से बनाया जा रहा यह बांध काबुल में बनाया जाएगा।
प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि आज हम भारत और अफगानिस्तान के बीच मित्रता के लंबे मार्ग में एक और मील का पत्थर स्थापित करने जा रहे हैं।
भारत और अफगानिस्तान न केवल भूगोल से जुड़े हैं बल्कि हमारा इतिहास और हमारी संस्कृति भी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और प्रभावित हैं।
भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती और मजबूत हुयी है
उन्होंने कहा, भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से और मजबूत हुई है।
यह दोस्ती, यह निकटता कोरोना महामारी के बीच देखी गई थी।
चाहे वह दवाइयां हों या पीपीई किट या भारत में बने टीकों की आपूर्ति,
अफगानिस्तान की जरूरत हमारे लिए महत्वपूर्ण रही है और रहेगी।
भारत-अफगानिस्तान पिछले लगभग 2 दशकों से विकास के प्रमुख भागीदारों में से एक है, हमारी योजनाएं कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों में फैली हैं।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने वर्चुअल शिखर सम्मेलन में बोलते हुए कहा,
“आपने इस महत्वपूर्ण समय में हमें वैक्सीन की 500,000 खुराक देने का फैसला किया है।”
इससे बेहतर कोई उपहार नहीं हो सकता।
“उन्होंने भारत का शुक्रिया अदा किया और क्षेत्र की शांति पर जोर दिया।
अशरफ गनी ने कहा कि जो देश आतंकवाद को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें दुनिया में उजागर करने की जरूरत है।