डीएसपी हीरालाल सैनी द्वारा महिला कांस्टेबल के साथ स्विमिंग पूल में नहाने का अश्लील वायरल वीडियो मामला अभी भी पूरी तरह से सुलझ नहीं पाया है कि राजस्थान पुलिस की छवि एक बार फिर दागदार हो गई है. अलवर जिले के कठूमर थाना क्षेत्र में शिकायतकर्ता महिला से एक बार नहीं बल्कि एक पुलिसकर्मी द्वारा बार-बार दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है.
जब पुलिसकर्मी ने पीड़िता को बुरी तरह से प्रताड़ित करना शुरू
किया तो उसने मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी. पुलिस
अधीक्षक के निर्देश पर कठूमार थाने में सिपाही व उसके भाई के
खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. वहीं, एसपी ने रेप के आरोपी आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि आरक्षक रामनिवास गुर्जर एक साल पहले अलवर के कठूमर थाने में तैनात था. उस वक्त एक महिला के जमीन विवाद का मामला कठूमर थाने तक पहुंच गया था. इस दौरान महिला कांस्टेबल रामनिवास गुर्जर से मिली। विवाद को सुलझाने का आश्वासन देते हुए आरक्षक उसके घर आने लगा। इस दौरान कांस्टेबल राम निवास ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। करीब एक साल तक वह उसके साथ जबरन संबंध बनाता रहा। उसके बाद पीड़िता अलवर में बख्तल की चौकी पर परिवार के साथ रहने लगी। यहां भी आरक्षक उसके घर गया और उसके साथ दुष्कर्म करता रहा।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसके बाद परेशान पीड़िता अपने पति और बच्चों के साथ डीग में रहने लगी. इसकी जानकारी मिलते ही आरक्षक राम निवास 8 सितंबर को डीग गया और पीड़िता के साथ फिर दुष्कर्म किया। राम निवास को उसका भाई डीग ले गया। परेशान पीड़िता ने थाने जाने की बजाय सीधे एसपी कार्यालय जाकर पूरी घटना बताई. इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरक्षक राम निवास के खिलाफ कठूमर थाने में दुष्कर्म और उसके भाई के खिलाफ उसे वहां ले जाने का मामला दर्ज किया गया
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि आरक्षक राम निवास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. राम निवास अभी भी अलवर पुलिस लाइन में तैनात था। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच डिप्टी एसपी लक्ष्मणगढ़ को सौंपी गई है. वे इसकी जांच कर रहे हैं। आरोपी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पीड़िता को इंसाफ दिलाया जाएगा। एसपी ने कहा कि वह लगातार संपर्क बैठकों और पुलिस कार्यक्रमों में पुलिसकर्मियों को जागरुक करती हैं । उसके बाद भी अलवर जिले में लगातार घटनाएं हो रही हैं। पुलिस की वर्दी पहनने के बाद एक पुलिसकर्मी की समाज के प्रति अधिक जिम्मेदारी होती है। ऐसी घटनाएं समाज को शर्मसार करती हैं।