
Yogi Adityanath oath: योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर भारत के राजनीतिक स्तर के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की कमान संभाल ली। शुक्रवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने योगी आदित्यनाथ को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके बाद केशव प्रसाद और ब्रजेश पाठक ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली।
वहीं पहले गुरुवार को लोकभवन में योगी आदित्यनाथ को भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की बैठक में सर्वसम्मति से नेता चुना गया। इस अवसर पर पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास मौजूद रहे।
भाजपा विधायक दल की बैठक में सुरेश कुमार खन्ना ने योगी के नाम का प्रपोजल रखा जिस पर सभी विधायकों ने सहमति दी। उन्हें विधायक दल का नेता चुनने का प्रपोजल नवीं बार विधायक चुने गए सुरेश खन्ना ने रखा। इसका अनुमोदन सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य, रामनरेश अग्निहोत्री, सुशील शाक्य, नंदगोपाल नंदी ने किया।
नंद गोपाल नंदी, भूपेंद्र चौधरी और शिवपुरी से विधायक चुने गए अनिल राजभर और जितिन प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली।
नितिन अग्रवाल, कपिल देव अग्रवाल, रविंद्र जयसवाल और संदीप सिंह, गुलाब देवी, गरीश चंद यादव, धर्मवीर प्रजापति, असीम अरुण, जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण सक्सेना ,दयाशंकर मिश्रा दयालु ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पद शपथ ली।
लक्ष्मी नारायण चौधरी और बसपा छोड़कर आए जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली
राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा और संजय निषाद बने कैबिनेट मंत्री
राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा, योगेंद्र उपाध्याय ,आशीष पटेल और संजय निषाद ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।
योगी आदित्य- सीएम पद, लगातार दूसरी बार
केशव मौर्य- डिप्टी सीएम
बृजेश पाठक- डिप्टी सीएम
सुरेश कुमार खन्ना- कैबिनेट मंत्री- 9वीं बार विधायक बने हैं, पिछली कैबिनेट में वे वित्त मंत्री थे।
सूर्य प्रताप शाही- पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पिछली सरकार में कृषि मंत्री थे।
स्वतंत्र देव सिंह- प्रदेश अध्यक्ष, पिछली सरकार में भी मंत्री थे।
बेबी रानी मौर्य- उत्तराखंड में राज्यपाल रह चुकी हैं।
लक्ष्मी नारायण चौधरी- मथुरा से विधायक, जाट नेता, पहले बसपा में थे।
जयवीर सिंह- मैनपुरी से जीतकर आए हैं। मैनपुरी सपा का गढ़ है।
धर्मपाल सिंह- रुहेलखंड की बहेड़ी सीट से विधायक हैं। पिछली सरकार में सिंचाई मंत्री थे।
नंद गोपाल नंदी- प्रयागराज से विधायक हैं। पिछली सरकार में भी मंत्री थे। सबसे अमीर मंत्रियों में भी इनका नाम शुमार है।
भूपेद्र चौधरी- बिजनौर से आते हैं, ये MLC हैं। पिछली सरकार में पंचायती राज मंत्री थे।
अनिल राजभर- शिवपुर से विधायक हैं। पिछली सरकार में भी मंत्री थे। पहले सपा सरकार में थे।
जितिन प्रसाद- ब्राह्मण चेहरा, MLC हैं। एक साल पहले कांग्रेस से भाजपा में आए थे।
राकेश सचान- कानपुर देहात जिले की भोगनीपुर सीट से विधायक हैं। पहली बार मंत्री बन रहे हैं।
संजय गंगवार- पीलीभीत से विधायक
बृजेश सिंह- देवबंद से विधायक
कृष्ण पाल मलिक- बरौत से विधायक
अनूप प्रधान वाल्मीकी-
प्रतिभा शुक्ला- अकबरपुर रानिया से विधायक
सोमेंद्र तोमर
सुरेश राही
राकेश राठौर
रजनी तिवारी
सतीश शर्मा
दानिश आजाद
विजय लक्ष्मी गौतम
अरविंद कुमार शर्मा- मोदी के खास ब्यूरोक्रेट्स में शुमार, आईएएस की नौकरी छोड़कर दो साल पहले राजनीति में आए थे।
योगेंद्र उपाध्याय- आगरा दक्षिणी से विधायक हैं। लगातार तीसरी बार चुनाव जीता है।
आशीष पटेल- केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं। अपना दल के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। एमएलसी हैं।
संजय निषाद- निषाद पार्टी के अध्यक्ष हैं। एमएलसी हैं। निषाद जातियों पर अच्छी पकड़ है।
असीम अरुण- पूर्व आइपीएस, कन्नौज से विधायक चुने गए हैं।
धर्मवीर प्रजापति- एमएलसी हैं। पिछली सरकार में भी मंत्री थे।
स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों की लिस्ट
नितिन अग्रवाल- एक साल पहले सपा से भाजपा में आए थे।
कपिलदेव अग्रवाल- मुजफ्फरनगर से भाजपा विधायक हैं।
संदीप सिंह लोधी- पिछली सरकार में भी मंत्री थे
रवीद्र जायसवाल- वाराणसी से विधायक हैं। पिछली सरकार में भी मंत्री थे।
गुलाब देवी- भाजपा की वरिष्ठ नेता, चंदौसी से विधायक हैं।
गिरीश चंद्र यादव - जौनपुर से विधायक हैं।
जयंत राठौर- नया चेहरा
दयाशंकर सिंह- बलिया से विधायक, पूर्व मंत्री स्वाति सिंह के पति हैं।
दिनेश प्रताप सिंह- रायबरेली से विधायक हैं।
नरेश कश्यप- भाजपा पिछड़ा मोर्चा के अध्यक्ष हैं।
दया शंकर दयालु- कांग्रेस से भाजपा में आए थे।
अरुण कुमार सक्सेना- बरेली से विधायक हैं। पेशे से डॉक्टर।
राज्य मंत्रियों की पूरी लिस्ट-
मयंकेश्वर सिंह
दिनेश खटीक- मेरठ से विधायक
संजीव कुमार गौड़- पिछली सरकार में मंत्री थे
बलदेव सिंह औलख- 307 वोटों से जीते थे
अजीत पाल
जसवंत सैनी- पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष रहे
मनोहर लाल पंथ- महरौली से विधायक
राकेश निषाद