मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रशासन गाँवो के संग अभियान में लगातर मीटिंगस की है और खुद भी कई बार गाँव - गाँव जाकर इस पुरे अभियान की मॉनीटरिंग की है। सरकार का लक्ष्य था की हर आम आदमी को उसके घर का पट्टा दिया जाए यदि कोई छोटी मोटी कमी भी है तो उसका तुरंत निवारण किया जाए। वही गहलोत ने इस अभियान की मॉनिटरिंग के लिए अपने कैबिनेट के कई मंत्रियो को भी ग्राउंड पर उतारा है।
गौरतलब है की महात्मा गांधी जी की जयंती 2 अक्टूबर, 2021 को यह अभियान चलाया गया था। गहलोत ने बैठक में बताया कि प्रदेश के 33 जिलों की 10 हजार 571 ग्राम पंचायतों में प्रशासन गांवों के संग शिविरों के माध्यम से करीब 10 लाख पट्टों का वितरण कर गांव-ढाणी तक बसे लोगों को बड़ी राहत दी गई है। साथ ही 14 लाख 86 हजार 142 प्रकरणों में राजस्व अभिलेखों का शुद्धिकरण, 11 हजार 354 प्रकरणों में आबादी विस्तार के लिए 18 हजार 200 हैक्टेयर से अधिक राजकीय भूमि का आवंटन, एक लाख 45 हजार 107 प्रकरणों में आपसी सहमति से खाता विभाजन, 14 लाख 99 हजार 154 नामांतरण, 2 लाख 32 हजार 766 प्रकरणों में सीमाज्ञान, 20 हजार 832 मामलों में 28 हजार 517 हैक्टेयर राजकीय प्रयोजनार्थ भूमि का आवंटन किया गया है। अब तक 14 हजार 864 भूमिहीनों को 4 हजार 509 हैक्टेयर भूमि का आवंटन किया जा चुका है।
शिविरों में 13 हजार 67 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना की किश्त का भुगतान किया गया एवं 3 लाख 45 हजार से अधिक नए जॉबकार्ड जारी किए गए। विधवा, वृद्धजन, विशेष योग्यजन, एकल नारी आदि से संबंधित विभिन्न पेंशन योजनाओं के एक लाख 73 हजार से अधिक प्रकरणों का निस्तारण किया गया। पालनहार योजना के 67 हजार से अधिक प्रकरणों में लोगों को लाभान्वित किया गया। साथ ही 8 लाख 80 हजार से अधिक व्यक्तियों को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई।
प्रतापगढ़ जिलों में 8 नवम्बर से शिविर प्रारंभ हुए जबकि बारां, कोटा, करौली एवं श्रीगंगानगर में चुनाव होने से 24 नवम्बर से स्थगित शिविर अब आगामी 3 जनवरी से प्रारंभ होंगे। अब तक 23 जिलों में सभी शिविरों का आयोजन हो चुका है। सभी जिलों के पंचायत समिति मुख्यालयों में जनवरी एवं फरवरी माह में फोलोअप शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
अभियान में 22 विभागों के माध्यम से एक ही स्थान पर लोगों के काम किए जा रहे हैं। मंत्रिपरिषद् ने शेष शिविरों में भी जन सेवा के संकल्प को साकार करने के लिए इसी भावना के साथ आगे भी काम करने की प्रतिबद्धता पर बल दिया।
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