Rajasthan: सियाराम के नारे से राजनीति में उफान, पूनिया ने कहा- शेर की खाल पहनने से शेर नहीं बन जाते

देश के विभाजन से लेकर प्रदेश के टुकड़े करने का काम कांग्रेस पार्टी के नेता करते आए हैं, वहीं चुनाव में जातियों को बांटने का काम भी उन्हीं के पार्टी के नेताओं ने किया है
राजनीती में अब राम
राजनीती में अब राम
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राजस्थान में अब राम को लेकर सियासत तेज हो गयी है। एक तरफ बीजेपी जन आक्रोश यात्रा चला रही है। तो दूसरी और अब राम को लेकर राजनीति बयान सामने आ रहे है। जय श्री राम और सियाराम के नारे को लेकर हो रहे विवाद पर अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भले ही अब जगह-जगह जय सियाराम के नारे लगा रहे हो। लेकिन जब राम मंदिर निर्माण की बात थी। तब उनकी पार्टी का कोई भी नेता देश की जनता के साथ नहीं खड़ा था।

शेर की खाल पहनने से शेर नहीं बनजाते:सतीश पूनियां ने कहा कि अब जय सियाराम का नारा लगाने से देश की जनता उनके बहकावे में नहीं आएगी। कांग्रेसी नेता रंगे सियार की तरह बर्ताव कर रहे हैं। कभी वो टोपी पहनते हैं, कभी जनेऊ धारण करते हैं, कभी त्रिपुंड लगाते हैं। जनता उनकी इस बात की हकीकत समझती है। इसलिए कांग्रेस का जो आचरण है। शेर की खाल पहनने जैसा है, शेर का नहीं।

कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए देश को तोड़ा

सतीश पूनियां ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने अब तक सिर्फ तोड़ने का काम किया है। देश के विभाजन से लेकर प्रदेश के टुकड़े करने का काम कांग्रेस पार्टी के नेता करते आए हैं। वहीं चुनाव में जातियों को बांटने का काम भी उन्हीं के पार्टी के नेताओं ने किया है। क्योंकि उनकी सहुलियत थी कि वोट बैंक पुख्ता होता था। लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं कर रही है। हम विकास के साथ देश को जोड़ने का काम कर रहे हैं। जोड़ने का काम बीजेपी ने किया। वहीं कांग्रेस अब भी तोड़ने का काम ही कर रही है।

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