डेस्क न्यूज़ – राजस्थान में चल रही सियासी मुश्किलों के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम जल्दी ही राष्ट्रपति से मिलने के लिए राष्ट्रपति भवन जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे।
उधर, सूचना मिली है कि सचिन पायलट के गुट की याचिका पर हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर अर्जी पर सोमवार सुबह 11 बजे सुनवाई होगी। यह याचिका विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर की है। वहीं, शनिवार देर शाम भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल कलराज मिश्र से मिला और ज्ञापन सौंपा।
इसमें कहा गया कि कुछ दिन से राज्य में सत्ताधारी दल के आंतरिक संघर्ष के कारण पूरे राजस्थान में अराजकता की स्थिति बनी हुई है। राजभवन के बाहर भी भाजपा नेताओं ने राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। राजस्थान मे सत्ता की लड़ाई के बीच प्रदेश भाजपा ने राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कारण राजस्थान में अराजकता का माहौल बन गया है।
राजस्थान भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री गहलोत के बयानों और कांग्रेसी विधायकों की गतिविधियों और भाषा से राज्य में कानून व्यवस्था खत्म होने की स्थिति बन गई है। ज्ञापन में भाजपा का आरोप है कि सीएम गहलोत की तरफ से राजभवन को आतंकित करने का प्रयास किया गया है। साथ ही यह आईपीसी की धारा 124 का स्पष्ट उल्लंघन है। साथ ही कोरोनाकाल में कांग्रेस की तरफ से प्रदेशभर में शनिवार को धरना-प्रदर्शन करना भी अनलॉक 2.0 के दिशा-निर्देशों का खुल्ला उल्लघंन है। प्रदेश भाजपा ने इस सभी स्थितियों को देखते हुए राज्यपाल से उचित कदम उठाने की मांग की है।