Congress Manifesto: पुरानी पेंशन और EVM पर पलटी, जनता के साथ खेलना कांग्रेस को पड़ सकता है भारी!

Congress Manifesto: कांग्रेस ने घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन का जिक्र नहीं किया है, जबकि इस वादे के भरोसे हिमाचल में विधानसभा चुनाव जीता था। अब यह तय है कि यह मामला चुनाव में तूल पकड़ेगा।
Congress Manifesto: पुरानी पेंशन और EVM पर पलटी, जनता के साथ खेलना कांग्रेस को पड़ सकता है भारी!

Two Promises Missing in Congress Manifesto: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने आज अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस मेनिफेस्टो में कांग्रेस का जोर न्याय पर है। इस थीम के तहत उसने 5 न्याय और 25 गारंटियों का जिक्र किया है।

पार्टी ने महिलाओं, युवाओं, गरीबों और श्रमिकों के लिए कई लुभावने वादे किए हैं, लेकिन कांग्रेस के मेनिफेस्टो से कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम देने का वादा गायब है। बता दें कि हिमाचल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में कांग्रेस की सरकारों ने पुरानी पेंशन स्कीम का ऐलान किया था।

पुरानी पेंशन : आसान नहीं लागू करना

कांग्रेस के मेनिफेस्टो से कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम देने का वादा गायब है। इसकी वजह यह है कि इस योजना को लागू करना आसान नहीं है और कांग्रेस ऐसा वादा करने से बचना चाहती है।

सबसे ज्यादा चर्चा पुरानी पेंशन स्कीम के वादे को वापस लेने की हो रही है। खासतौर पर हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत के लिए भी ओपीएस को क्रेडिट दिया गया था। इस जीत से उत्साहित कांग्रेस ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी लागू किया था। हिमाचल में तो कैबिनेट की पहली ही मीटिंग में पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने का फैसला हुआ था।

ईवीएम : जिसे हर बार तूल दिया उसे छोड़ा

कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ईवीएम से चुनाव न कराने का ऐलान भी नहीं किया है। हालांकि उसने यह जरूर कहा कि चुनाव ईवीएम से ही होंगे, लेकिन मतदाताओं को अधिकार होगा कि वह वोटर स्लिप पा सकें। इसके तहत उन्हें पता लगेगा कि उन्होंने जिसे वोट दिया था, उसे ही मिला है या नहीं।

पार्टी का मानना है कि ऐसा वादा करना उसके लिए बैकफायर कर सकता है, जिसमें कहा जाए कि अब ईवीएम से चुनाव नहीं कराएंगे। बता दें कि 2018 में कांग्रेस के अधिवेशन में प्रस्ताव पारित किया गया था कि अब हमें बैलेट पेपर से ही चुनाव कराने चाहिए। दुनिया के कई बड़े लोकतंत्रों में आज भी उससे ही चुनाव होते हैं।

logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com