INDI Alliance Meeting: लोकसभा चुनावों के कथित सेमीफाइनल के बाद विपक्ष के इंडिया अलायंस की एकता कमजोर होती दिख रही है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार के बाद महागठबंधन के दलों का भरोसा मानो कुछ कमजोर हुआ है।
ऐसे में संसद के शीतकालीन सत्र के मुद्दों पर चर्चा करने और I.N.D.I.A गठबंधन की रणनीत तय करने के लिए गठबंधन के नेताओं ने बुधवार की शाम मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर मुलाकात की। लेकिन इस बैठक में 17 राजनीतिक पार्टियों के नेता ही पहुंचे। कई दलों के नेता खरगे के घर बैंठक में शामिल नहीं हुए।
खड़गे के घर हुई हालिया बैठक में 17 राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे. आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चढ्ढा समेत कई नेता मौजूद रहे, लेकिन कई दलों के दिग्गजों ने इस मुलाकात से दूरी बनाई।
समाजवादी पार्टी (SP), डीएमके (DMK), जनता दल यूनाइटेड (JD-U) और टीएमसी (TMC) समेत कई दलों के नेता इस बैठक से दूर रहे। इस बैठक में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन सहित गठबंधन के कई शीर्ष नेता शामिल नहीं हुए। लिहाजा बैठक को किसी और तारीख के लिए स्थगित कर दिया गया था।
मध्य प्रदेश में सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर कांग्रेस से नाराज अखिलेश यादव के बारे में बताया जा रहा है कि उन्होंने 6 दिसंबर को अपना कोई महत्वपूर्ण कार्यक्रम पहले से तय कर रखा था। वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें बैठक की तारीख की जानकारी नहीं थी, उनके भी 6 दिसंबर को कुछ अन्य काम पहले से तय थे। नीतीश कुमार के बीमार होने की बात कहकर बाद में बैठक में शामिल नहीं होने की बात कही गई।
तमिलनाडु के चीफ मिनिस्टर एमके स्टालिन की गैरमौजूदगी को लेकर शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा किचेन्नई में बाढ़ के हालात हैं, ऐसे में उम्मीद करना कि स्टालिन अपने लोगों को छोड़कर बैठक में आएं, ये सही नहीं है। टीएमसी ने आगामी आम चुनावों के लिए जल्द से जल्द सीट-बंटवारे की बातचीत की बात कही।