First phase of Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार अभियान बुधवार यानी 17 अप्रैल की शाम थम गया है। 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होगी। देश के 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर कुल 1626 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। पहले चरण में आठ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल की किस्मत दांव पर है।
इस अवधि के दौरान अंतरराज्यीय सीमाएं सील रहेंगी। साथ ही शराब की बिक्री पर प्रतिबंध के साथ सूखा दिवस रहेगा। एग्जिट पोल पर लोकसभा चुनाव के 7वें चरण के मतदान दिवस यानी 1 जून को शाम 6:30 बजे तक प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा, कोई भी राजनीतिक व्यक्ति उस निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता, सांसद या विधायक नहीं है तो चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद उस निर्वाचन क्षेत्र में नहीं ठहर सकता।
19 अप्रैल को उत्तर प्रदेश की आठ, राजस्थान की 12, मध्य प्रदेश की छह, असम की पांच, बिहार की चार, महाराष्ट्र की पांच, जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ़ की एक-एक, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश की दो-दो, त्रिपुरा की एक, उत्तराखंड की छह, तमिलनाडु की 39, पश्चिम बंगाल की तीन, सिक्किम, नगालैंड, अंडमान और निकोबार, मिजोरम, पुडुचेरी, मणिपुर और लक्षद्वीप में मतदान होगा।
राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान होगा, उनमें गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनू, सीकर, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा क्षेत्र शामिल हैं।
महाराष्ट्र की नागपुर सीट से केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी चुनाव मैदान में हैं। अरुणाचल पश्चिम सीट से केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यहां उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी से हैं।असम की डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल चुनावी समर में उतरे हैं।
उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट मुजफ्फनगर से केंद्रीय मंत्री संजीव बलियान मैदान में हैं। यहां उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के हरेंद्र मलिक और बसपा उम्मीदवार दारा सिंह प्रजापति से है। जम्मू-कश्मीर की उधमपुर सीट से चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी लाल सिंह से है।
राजस्थान में दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां में मतदान किए जाएंगे। इन सीटों पर 24 अप्रैल की शाम प्रचार थाम जाएगा, जिसके बाद कोई सार्वजनिक सभा या जुलूस नहीं बुलाया जा सकेगा और न ही उसमें प्रत्याशी शामिल होंगे।