Assembly Election Results 2023: सभी पांच राज्यों में विधानसभा नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद, इंडिया ब्लॉक के दो घटक दलों, समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल जोर-शोर से शुरू हो गया। सपा कांग्रेस पर उसके "अहंकार" और कमलनाथ के "अखिलेश-वखिलेश" तंज के लिए आरोप लगा रही है, इससे पिछड़े वर्ग के मतदाता अपमानित महसूस कर रहे हैं।
वहीं यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि क्षेत्रीय दलों (सपा) के बारे में उनकी बीजेपी की 'बी टीम' टिप्पणी साकार हो गई है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा भले ही अपना खाता खोलने में विफल रही हो, लेकिन आंकड़ों से पता चलता है कि उसने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया, जिसे टाला जा सकता था।
मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी एक भी सीट पर जीत नहीं पाई। इतना ही नहीं गत विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में MP में सपा का वोट शेयर प्रतिशत भी कम रहा।
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य अब 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी से मुकाबला करना है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने एसपी के साथ गठबंधन नहीं करने का फैसला किया। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार के लिए सपा को जिम्मेदार ठहराना राज्य नेतृत्व का सरासर अहंकार है।
मध्य प्रदेश में पूरे चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस और सपा के बीच तीखी नोकझोंक चलती रही, जब मतदान से ठीक 90 दिन पहले कांग्रेस ने अघोषित रूप से सपा के साथ गठबंधन तोड़ दिया। सपा ने तब 60 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। अखिलेश ने मैनपुरी की सांसद डिंपल यादव और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर प्रचार किया था, राज्य में 30 से अधिक सार्वजनिक बैठकों और रोड शो को संबोधित किया था।
यूपीसीसी प्रमुख अजय राय ने कहा कि परिणाम ने एक तरह से साबित कर दिया है कि कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है, जो बीजेपी को हरा सकती है। तेलंगाना जीतने के अलावा कांग्रेस ने बाकी राज्यों में 40 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल किए हैं। इससे पता चलता है कि कांग्रेस ही एकमात्र ताकत है जो बीजेपी को हरा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 2024 का लोकसभा चुनाव पूरी ताकत से लड़ेगी।