'चिंतन शिविर' से पहले उदयपुर में सचिन पायलट के पोस्टर हटाए,समर्थकों में आक्रोश

पायलट के समर्थकों ने बताया कि बुधवार की देर रात और गुरुवार की सुबह शहर के अलग-अलग इलाकों से होर्डिग और पोस्टर हटा दिए गए।
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि पोस्टर लगाने या हटाने में प्रशासन की कोई भूमिका नहीं है।
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि पोस्टर लगाने या हटाने में प्रशासन की कोई भूमिका नहीं है।

राजस्थान में कांग्रेस चिंतन शिविर से पहले फिर पायलट और विरोधियों के बीच घमासान देखने को मिल रहा है। चिंतन शिविर से पहले उदयपुर में सचिन पायलट के पोस्टर को फाड़ दिया गया है। तो वही पायलट के समर्थकों ने होटल, एयरपोर्ट और उदयपुर के अन्य इलाकों में उनके स्वागत के लिए होर्डिग और पोस्टर फिर से लगाए है।

पायलट के समर्थकों ने बताया कि बुधवार की देर रात और गुरुवार की सुबह शहर के अलग-अलग इलाकों से होर्डिग और पोस्टर हटा दिए गए।

जहां पायलट के समर्थकों ने कहा कि प्रशासन ने इन पोस्टरों को हटा दिया है, वहीं उदयपुर के जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि पोस्टर लगाने या हटाने में प्रशासन की कोई भूमिका नहीं है।

 डोटासरा: मेरी जानकारी में.. और मैंने इस संबंध में किसी प्रकार का कोई निर्देश नहीं दिया
डोटासरा: मेरी जानकारी में.. और मैंने इस संबंध में किसी प्रकार का कोई निर्देश नहीं दिया

गौरतलब है की चिंतन शिविर शुरू हो चूका है और उस बीच पायलट के पोस्टर को लेकर सियासत शुरू होगयी है। ऐसे में आलाकमान क्या सोचता है इसे देखना होगा। वही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 'चिंतन शिविर' की तैयारियों की समीक्षा लगातार ले हैं।

जब इस मुद्दे पर कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा, "चिंतन शिविर से जुड़े सभी काम एआईसीसी देख रही है। इस संबंध में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। मेरी जानकारी में.. और मैंने इस संबंध में किसी प्रकार का कोई निर्देश नहीं दिया है।"

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