Smriti Irani's Congress slammed: अमेठी से तीसरी बार चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दावा किया है कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब गांधी परिवार शराब घोटाले बाजों के लिए वोट करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि यह वह परिवार है जो राम मंदिर में भी खोट निकालता है।
एक टीवी चेनल से बातचीत में स्मृति ईरानी ने कहा कि भाई-बहन में आंतरिक कलह का नतीजा है कि राहुल गांधी को रायबरेली आना पड़ा। इन्हीं के कलह की वजह से कांग्रेस का कुनबा डूब रहा है। स्मृति ने कहा कि चुनाव में वोट पड़ने से पहले ही राहुल गांधी परिवार ने हार मान ली है, बोरिया बिस्तर बांध लिया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज कांग्रेस की छवि धूमिल हो रही है। आज कांग्रेस में कोलाहल है और लोग यह भी कह रहे हैं कि एक दूसरे को निपटाने की कवायद चल रही है। वह अपना पूरा का पूरा किला गिरा रहे हैं। जैसे कि मैंने कहा कि आप सोचिए एक परिवार का सदस्य चीख चीख कर पूरे देश को बता रहा है कि वह चुनाव लड़ना चाहता है। एक परिवार का सदस्य कहता है कि क्षेत्र के लिए समय नहीं है। मैं देश भर में बहुत घूम रहा हूं। तो आप अपना गढ़ मानते हुए यहां बैठ जाते हैं। निश्चित रूप से उस परिवार में खींचतान है जिसकी चर्चा उन्हीं के जनप्रतिनिधि, उन्हीं के नेता उन्हीं के सहयोगी कर रहे हैं। यह हम नहीं कर रहे हैं।
बीजेपी नेता आगे कहा कि क्या इंसान भगवान का शुद्धिकरण कर सकता है। कांग्रेस का अहंकार देखिए पहले ऐसे डिफीट दिया कि राम जी का कोई अस्तित्व नहीं है। फिर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए दिए गए नियंत्रण को ठुकरा दिया। उनके 32 साल पुराने नेता ने कहा कि अंदर-अंदर कांग्रेस के पार्टी के लोग चर्चा करते रहे की राम मंदिर का निर्णय वह बदल देंगे। आप कहते हैं कि रामलला की मूर्ति का शुद्धिकरण करेंगे। जहां प्रभु के प्राण विराजते हैं। प्रभु के शुद्धिकरण करने का अहंकार यह काम सिर्फ कांग्रेस में भी हो सकता है।
पाकिस्तान के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पड़ोसी मुल्क चाहता है कि भारत कमजोर हो। पाकिस्तान जानता है कि कांग्रेस का नेतृत्व लचीला है. देश की जनता जानती है कि पाकिस्तान की कांग्रेस में इतनी रुचि क्यों है। कांग्रेस पार्टी ने आज तक पाकिस्तान के नेताओं के समर्थन को क्यों नहीं नकारा है। यह चुनाव तो हमारे देश का चुनाव है। पूछना चाहती हूं कि आपको वोट हिंदुस्तानियों से चाहिए या पाकिस्तानियों से।
स्मृति ईरानी ने पूछा कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव क्यों नहीं लड़ रहे हैं। अगर उनमें थोड़ी सी भी हिम्मत होती तो वो अमेठी से चुनाव लड़ते। मैं तो बीजेपी की एक सामान्य कार्यकर्ता हूं। उन्हें तो अखिलेश यादव का भी समर्थन है। उनकी बहन प्रचार कर रही हैं। जो आदमी यहां से चुनाव नहीं लड़ पा रहा है वो ये कैसे कह सकता है कि नरेंद्र मोदी की सरकार चली जाएगी।