राष्ट्रीय खाद सुरक्षा योजना में फर्जी राशनों पर शिकंजा कसने की तैयारी

राष्ट्रीय खाद सुरक्षा योजना से जुड़े 1 करोड़ 62 लाख उपभोक्ताओं पर अब शिकंजा कसने की तैयारी
राष्ट्रीय खाद सुरक्षा योजना में फर्जी राशनों पर शिकंजा कसने की तैयारी

न्यूज – राष्ट्रीय खाद सुरक्षा योजना से जुड़े 33 फीसदी यानी 1 करोड़ 62 लाख उपभोक्ताओं पर अब शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है। कारण यह है कि इन उपभोक्ताओं का राशन कार्ड आधार से लिंक  नहीं है। ऐसे में अब 31 जुलाई से पहले सभी को राशन कार्ड आधार से लिंक कराना होगा, नहीं तो राशन नहीं मिलेगा। 1 अगस्त से उन्हीं उपभोक्ताओं को गेहूं मिलेगा जिनका राशन कार्ड आधार से लिंक होगा।

गौरतलब है कि पूरे देश में 1 जून से वन नेशन वन राशन कार्ड योजना शुरू हो गई है। इसके तहत उपभोक्ता किसी भी राज्य से राशन ले सकता है। ऐसे में अगर राशन कार्ड लिंक नहीं हुआ तो इसका फायदा उपभोक्ता को नहीं होगा।

प्रदेश में लगातार फर्जी राशन कार्ड बनवा गेहूं उठाने और डीलरों की कालाबाजारी की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से कलेक्टर को भेजे गए पत्र में अंदेशा लगाया है कि 1.62 करोड़ लाभार्थियों में से कई मामले फर्जी निकल सकते हैं।

कालाबाजारी रोकने के लिए राशन की दुकानों पर 2016 में पोस मशीन से गेहूं वितरण शुरू किया था। राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करना शुरू किया गया। राशन कार्ड में शामिल प्रत्येक सदस्य को आधार कार्ड से लिंक किया जाना था, लेकिन अभी तक राशन कार्ड में शामिल 33 फ़ीसदी यानी 1.62 करोड व्यक्तियों के नाम आधार से लिंक नहीं हो पाए।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से आदेश आए हैं। 31 जुलाई तक सभी राशन कार्डों को आधार से लिंक करवाना जरूरी है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

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