‘Radhe’ Review : शीशा तोड़कर सलमान की एंट्री…सिनेमा हॉल होता तो लोगों सीटों पर खड़े होकर सीटी मारने लग जाते

सलमान खान की फिल्म 'राधे: योर मोस्ट वॉन्टेड भाई' को लेकर जबरदस्त बज हुआ है। पिछले साल से ईद पर रिलीज होने वाली ये फिल्म इस साल ईद पर रिलीज हो रही हैं
‘Radhe’ Review : शीशा तोड़कर सलमान की एंट्री…सिनेमा हॉल होता तो लोगों सीटों पर खड़े होकर सीटी मारने लग जाते

'Radhe' Review : सलमान खान की फिल्म 'राधे: योर मोस्ट वॉन्टेड भाई' को लेकर जबरदस्त बज हुआ है।

पिछले साल से ईद पर रिलीज होने वाली ये फिल्म इस साल ईद पर रिलीज हो रही हैं।

प्रभुदेवा द्वारा डायरेक्ट की गई इस फिल्म का यूएई में प्रीमियर हो चुका है

फिल्म को देखने के बाद फैंस इसे साल 2021 की ब्लाकबास्टर बता रहे हैं।

फिल्म दुबई में दर्शकों के सामने आ गई थी, जहां से रिव्यूज आने शुरू हो गए हैं।

सलमान खान स्टारर फिल्म राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई का फर्स्ट-शो देखने गए दर्शकों ने ट्विटर पर इसकी तारीफ की झड़ी लगा दी है।

 ये फिल्म की स्टोरी

'Radhe' Review : शीशा तोड़कर सलमान की एंट्री।

मोबाइल पर एंबुलेंस भेजने का संदेश।

आंखे के नीचे कांच से बना घाव।

प्रभुदेवा सीन बनाते हैं।

फिर उन्हीं को लगता है कि नहीं मज़ा नहीं आया।

वह सीन को फिर से दिखाते हैं स्लो मोशन में। इस बार खिड़की का कांच चकनाचूर होकर हवा में उड़ता है।

बीच से सलमान खान निकलते हैं।

सिनेमाहाल होता तो इस पर खूब तालियां सुनने को मिलतीं

मुंह में भी कांच का एक टुकड़ा दबा है जिसे वह होठों से ही हवा में निशाना बनाकर फेंकते हैं। मोबाइल वाले बंदे के आंख के नीचे कट बनता है। सलमान की एंट्री का ये सीन है। सिनेमाहाल होता तो इस पर खूब तालियां सुनने को मिलतीं। सिंगल स्क्रीन थिएटर में सलमान की ऐसी एंट्री पर लोग सीटों पर खड़े होकर नाचते भी।

लेकिन, 'राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई' की रिलीज सीधे घरों में हुई, मोबाइल और लैपटॉप। स्मार्ट टीवी पर भी जी5 के जरिए फिल्म चलनी चाहिए थी, लेकिन चली नहीं। तमाम कोशिशों के बावजूद।

कहानी का हीरो राधे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट है

फिल्म 'राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई' की कहानी का हीरो राधे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट है। 10 साल में 23 ट्रांसफर और 97 एनकाउंटर वाला। सचिन वाजे की याद यहां आना स्वाभाविक है क्योंकि राधे को भी उसका निलंबन खत्म कर पुलिस फोर्स में लाया जाता है। मुंबई में फैल रहे नशीले पदार्थों का कारोबार खत्म करने।

फिल्म ये पहले ही सीन में साफ कर देती है कि ये ड्रग्स मुंबई में दिल्ली से आ रही है और इसका सप्लायर 'राणा' है। सुशांत राजपूत का संदर्भ भी फिल्म दे ही देती है।

पूरी फिल्म में साजिद खान के बनाए फिल्म के टाइटल ट्रैक का इंतजार ही बना रहता है और गाना बजता है आखिर में एंड क्रेडिट्स के साथ। और, जिस 'सीटीमार' गाने को लेकर सबसे ज्यादा हल्ला मचा वो गाना ठीक क्लाइमेक्स से पहले आकर फिल्म का जो भी थोड़ा बहुत मज़ा है उसे खराब कर देता है।

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