डेस्क न्यूज. जयपुर के जवाहर कला केंद्र में "लोकरंग" कार्यक्रम 2021 चल रहा है। लोकरंग कार्यक्रम लोगों का खासा पसंद आता है। कोरोना काल के चलते इसका आयोजन नहीं हो पाया था। यही कारण है कि काफी लंबे समय से देशवासियों कोे इसका इंतजार था। लोकरंग कार्यक्रम में एक ही मंच पर पूरे देश की संस्कृति झलक को देखा जा सकता है। ये कार्यक्रम सम्पूर्ण भारत के कलाकारों को एक धागे में पिरोने का काम करता है।
जवाहर कला केन्द्र में चल रहे लोकरंग कार्यक्रम में पहुंचने वाले लोगों का मनोरंजन करने के लिए कलाकार अपने-अपने अंदाज से लोगों का दिल जीत रहे है। इसी कड़ी में मैसूरी के टीपू सुल्तान भी जवाहर कला केन्द्र में आपको टहलते हुए मिल जाएगें। कलाकार टीपू सुल्तान राजस्थान के अलवर के रहने वाले है। कार्यक्रम में आने वाले दर्शकों को इनका ये अंदाज भी खूब पसंद आ रहा है।
कलाकार का कहना है कि- मैं ज्यादातर टीपू सुल्तान का किरदार निभाता हूं। क्योंकि मैं लोगों को जागरूक करना चाहता हूं, कि टीपू सुल्तान ने भारत की आजादी की लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। लेकिन आज लोग टीपू सुल्तान को भूलते जा रहे हैं। कई जगह पर टीपू सुल्तान की जयंती मनाई जाती है तो कई जगह उनका विरोध भी किया जाता है। देश में अब टीपू सुल्तान का नाम बहुत कम सुनने को मिलता है।
मेरे ऊपर छत नहीं है किराए के मकान में रह कर गुजर-बसर करता हूं। मेरे 4 बच्चे भी हैं आज कलाकार की स्थिति इसलिए ठीक नहीं है क्योंकि कला को धर्मों में बांट कर देखा जा रहा है। आज अगर कोई मुस्लिम कलाकार कृष्ण जी या फिर नारद जी के अवतार में होता है तो भीड़ में एक-दो अपवाद मौजूद होते हैं जो इसका विरोध करते हैं जब हमारे सामने कोई ऐसी बात आती है, तो हम उन लोगों से कहते हैं कि हम किसी धर्म या मजहब से पहले अपनी कला को रखते हैं किसी धर्म और जाति को नहीं।
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