JLF में जावेद अख्तर ने कहा कम्बख्त ये अच्छे दिन आते क्यू नहीं

जावेद अख्तर ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जिस वक्त लोगों का इंस्टीट्यूशन से विश्वास उठ रहा था, तभी एंग्री यंग मैन हमारे दिमाग में आया था।
JLF में जावेद अख्तर ने कहा कम्बख्त ये अच्छे दिन आते क्यू  नहीं

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन आज कई शख्सियतो ने शिरकत की jlf का शमा तब बंध गया जब जावेद अख्तर ने अपने जादुई शब्दो और वाक्यों से खेलना शुरू किया। सेशन शुरू हुआ गीतकार गुलजार और जावेद अख्तर को सुनने के लिए हजारों की भीड़ मौजूद थी। वही जावेद अख्तर ने अच्छे दिन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर साइलेंट तंज कसा तो वही बॉलीवुड के पुराने दौर को भी याद किया। जयपुर के साहित्यप्रेमियों ने पूरी तन्मयता के साथ गुलजार और अख्तर की बातें सुनी।

सबसे पहले शब्दों से जादू करने वाले जावेद अख्तर और शबाना आजमी अच्छे दिनों का इंतजार हमने कई बार किया, कम्बख्त आते ही नहीं

जावेद अख्तर ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जिस वक्त लोगों का इंस्टीट्यूशन से विश्वास उठ रहा था, तभी एंग्री यंग मैन हमारे दिमाग में आया था। तभी इमरजेंसी भी आई थी। एंग्री यंग मैन 1955 में नहीं आ सकता था, क्योंकि उस वक्त हम बहुत खुश थे कि सब ठीक होने वाला है।

जावेद अख्तर ने कहा- अच्छे दिनों का हमने कई बार इंतजार किया है, लेकिन कम्बख्त आते ही नहीं हैं अच्छे दिन। एक वक्त था कि मीना कुमारी ने मैं चुप रहूंगी में एक्टिंग की थी, लेकिन आज के वक्त में कोई हीरोइन इस तरह का रोल करना पसंद नहीं करेंगे।

जावेद अख्तर ने कहा कि यह बॉलीवुड दुनिया भर में काफी बड़ा नाम कमा चुका है। बॉलीवुड की फिल्में वर्ल्ड वाइड रिलीज हो रही है। हम विदेश जाते हैं, वहां पर भी लोग शाहरुख खान को पहचानते हैं। हॉलीवुड से ज्यादा हमारे स्टार्स को दुनियाभर में लोग पहचानते हैं। यह बात अलग है कि वह अमीर मुल्क है, वहां की फिल्मों का बजट ज्यादा है।

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