करौली में 2 अप्रैल को हिन्दू नववर्ष पर बाइक रैली के दौरान हुए उपद्रव के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के निर्देशन में नियुक्त की गई भाजपा की छः सदस्यों की कमेटी मंगलवार को करौली पहुंची।
हिंदू नव वर्ष पर रैली पर पथराव क्यों?
राठौड ने घटना को निंदनीय बताते हुए लोमहर्षक बताया है। राठौड़ ने कहा कि 7 दिन पहले प्रशासन से अनुमति लेने और रोडमैप तैयार होने के बावजूद भी हिंदू नव वर्ष पर रैली पर पथराव क्यों हुआ इसकी जांच होनी चाहिए। राठौड़ ने कहा कि भाजपा तुष्टीकरण की राजनीति पर विश्वास नहीं करती है। कलेक्टर से मिलकर दो वीडियो ऐसे पेश किए गए हैं। जिसमें लोग पथराव कर रहे हैं फिर भी उनको गिरफ्तार नहीं किया गया है।
कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर कार्रवाई
सडको पर कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इधर जिला प्रशासन की तरफ से सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक दूध और दैनिक चीजों की सप्लाई की गई। परंतु कई जगहों पर प्रशासन की गाड़ी नहीं पहुंचने की वजह से लोगों को दैनिक चीज नहीं मिलने से भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
करौली जिले में अफवाहों की वजह से जिला प्रशासन ने नेटबंदी कर रखी है। जिस वजह से आमजन बेहाल नजर आए। उधर जिला कलेक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने कलेक्ट्रेट सभागार में शहर के प्रबुद्ध जनों की बैठक लेकर शांति बनाए रखने की अपील की। आपको बता दें कि करौली में 2 अप्रैल को मचे बवाल के बाद सरकार की तरफ से 50 पुलिस के अधिकारी सहित 1000 पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है जिससे शहर में शांति बनाई जा सके।