डेस्क न्यूज. विश्व के सबसे बढे लोकतंत्र होने का नाम हमारे देश के पास है और देश में हर कोई नेता बन जाना चाहता है। और हर कोई इस लिए भी नेता बन जाना चाहता है क्योंकि नेता बनने के लिए कोई कंपीटिशन नहीं है और ना ही इसके लिए कोई योग्यता की जरुरत है। इस लिए देश में नेताओं की भरमार है कोई युवा नेता, तो कोई वरिष्ठ नेता है। लेकिन कुछ नेता जनता की सेवा के लिए नहीं अपितु खुद की गुमनाम पहचान को लोगों के सामने लाने के लिए नेता बनते हैं। इस तरह के नेताओं की बिरादरी खुद का कल्याण करने के बारे में सोचती है इनका जनता से कोई सरोकार नहीं होता है। लेकिन मुसीबत तब हो जाती है जब जनता इस तरह के नेताओं की बिरादरी को सरकार में चुनकर भेज देती है। फिर तो इन नेताओं पर सत्ता का नशा भी सर चढ कर बोलता है।
जयपुर के शहीद स्मारक पर युवाओं का एक धरना चल रहा है वहां पर भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा मीडिया प्रभारी पहुंची। युवाओं ने गर्मजोशी के साथ नेता जी का स्वागत भी किया। लेकिन तब तक युवाओं को नेता जी का परिचय नहीं पता था। युवाओं से संवाद के बाद मैडम ने माइक हाथ में लिया। और हां.. उससे पहले मैडम ने एक बेरोजगार युवा को काम भी दे दिया। काम क्या था वो भी आपको जानना जरुरी है। मैडम ने माइक पर बोलने से पहले बेरोजगार को अपना फोन देकर अपने पेज से गो लाइव करने का आदेश दे डाला। भोले-भाले बेरोजगारों ने ये भी कर दिया। क्योंकि उनको तो ये लगता है कि मैडम हमारी बात करने आई है और मैडम तो अब हमें न्याय दिला कर ही मानेंगी। लेकिन क्या मैडम अपने फेसबुक पर लाइव करके अपनी पॉपुलर्टी बढा रही हैं या युवा की आवाज बन रही है?
जयपुर की भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की मीडिया प्रभारी शिल्पी सैनी जयपुर के शहीद स्मारक पंहुची। इसके लिए युवाओं ने शिल्पी सैनी का आभार व्यक्त किया। लेकिन सावाल ये खड़ा होता है कि BJP में एक जिला स्तर का पद रखने वाली शिल्पी सैनी जिनको हाल ही में ये पद मिला है और पद मिलते ही शिल्पी जयपुर के शहीद स्मारक पर पहुंच गई। लेकिन उनकी पार्टी के वो विधायक और सांसद जिनको जनता ने चुन कर भेजा है। उन लोगों को युवाओं का दर्द क्यों नहीं दिखता है। क्या राजस्थान में विपक्ष केवल और केवल नाम के लिए है क्यों बीजेपी पार्टी का एक भी सांसद और विधायक युवाओं से मिलने नहीं पहुंचा। लेकिन बीजेपी के विधायक और सांसद को अपनी ही पार्टी की एक कार्यकार्ता से सीखने की जरुरत हैं। फिर भले ही मीडिया प्रभारी ने फेसबुक लाइव अपने पेज से किया। लेकिन इस बहाने वो युवाओं के बीच तो पहुंची।
जब शिल्पी सैनी शहीद स्मारक पर पहुंची तो बेरोजगारों ने अपनी मांग को लेकर बीजेपी पर जमकर हमला बोला। क्योंकि रीट मामले को लेकर किरोड़ी लाल मीणा के अलावा बीजेपी के किसी भी नेता ने युवाओं की मांग को लेकर राज्य सरकार से बात नहीं की। और ना ही जयपुर के शहीद स्मारक पर चल रहे युवाओं के धरने में पहुंचे। इसी के कारण शिल्पी सैनी को थोड़ विरोध का सामना भी करना पड़ा।
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