रिपोर्ट: राज्य में हो रही भर्तियां कई वर्षो तक अटकी रहती हैं। सरकारे बदल जाती हैं लेकिन एक भर्ती प्रक्रिया पूरी नही होती। पहले विज्ञप्ति, फिर परीक्षा, फिर परिणाम, फिर विवाद, उसके बाद कोर्ट और आखिरकार नियुक्ति का लंबा इंतजार राज्य के लाखों बेरोजगारों के लिए बड़ी समस्या बन गया है। प्रदेश में दर्जनों ऐसी भर्तियां हैं, जिनकी गिनती उंगलियों पर की जा सकती है। राज्य में कानून व्यवस्था की कमान संभालने का सपना देखने वाले युवा भी सरकार की नाकामीयों की वजह से समस्याओं सामना कर रहे हैं। वही अब अभ्यार्थी जयपुर में सीवील लाईन फाटक पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लगातार युवा सरकार से मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांगो को सुनने के लिए तैयार नही हैं, और युवा परेशान हैं।
वर्ष 2016 में पुलिस सब इंस्पेक्टर के 330 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी। राज्य के बेरोजगार लोग इस भर्ती का पिछले करीब 6 साल से इंतजार कर रहे थे क्योंकि इससे पहले यह साल 2010 में निकली थी। 330 पदों के लिए आयोजित इस भर्ती की परीक्षा में भी दो साल बाद 2018 में परीक्षा और वर्ष 2019 में परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों की शारीरिक दक्षता परीक्षा आयोजित की गई और 1 वर्ष के बाद सफल उम्मीदवारों के साक्षात्कार आयोजित किए गए। लेकिन अभी तक उन्हे नियुक्ति नही मिली हैं।
सितंबर 2020 में आरपीएससी द्वारा अंतिम परिणाम भी पुलिस मुख्यालय को भेजा गया था। भर्ती प्रक्रिया के दौरान ही पदों की संख्या 330 से बढ़ाकर 511 कर बेरोजगारों को एक और बड़ी राहत दी गई। लेकिन आज तक चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति नही मिली हैं।
पिछले 5 साल से भर्ती पूरी होने का इंतजार कर रहे बेरोजगारों को ठोकर खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। साथ ही वे हर दरवाजे पर नियुक्ति की गुहार लगा रहे हैं। भर्ती में चयनित उम्मीदवारों का कहना है कि 'इससे पहले वर्ष 2010 में एसआई के पदों पर भर्ती की गई थी और उसके बाद वर्ष 2016 में भर्ती निकाली गई थी लेकिन इस भर्ती को निकाले हुए भी 5 साल का लंबा समय हो गया है। भर्ती के संबंध में हर प्रक्रिया में देरी के कारण 5 साल लग गए, जबकि सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी अभी तक नियुक्ति आदेश जारी नहीं किया गया है, ऐसे में सरकार जल्द से जल्द नियुक्ति आदेश जारी करे ताकि 511 युवाओं को नियुक्ति मिल सके।