
राजस्थान में एक बार फिर से भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। इस बार वनपाल भर्ती परीक्षा सवालों के घेरे में है। बता दें कि साल 2020 में वनपाल भर्ती निकली थी।
बेरोजगार युवा पीछले दो सालों से परीक्षा का इंतजार कर रहे थे, लेकिन तमाम दावों के बाद भी 12 नवंबर की दूसरी पारी का पेपर आउट हो गया। परीक्षा में आए कुल 100 में से 62 सवाल पहले ही वॉट्सऐप पर वायरल हो गए।
फिलहाल एक्शन लेते हुए 12 नवंबर की दूसरी पारी का पेपर रद्द कर दिया है, लेकिन 13 नवंबर की तीसरी पारी में 100 सवालों में से कुल 50 सवालों के जवाब भी सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं। जिसके बाद से अब पूरी भर्ती परीक्षा पर ही सवालों के घेरे में आ गई है। बता देम कि इस परीक्षा का आयोजन 2300 पदों की भर्ती के लिए किया गया था।
12 व 13 नवंबर को हुई वनपाल भर्ती परीक्षा-2020 में 12 नवंबर की दूसरी पारी का पेपर रद्द कर दिया है, जिससे परीक्षा देने वाले 4 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी प्रभावित हो रहे है। संभावित है कि रद्द की गई परीक्षा का आयोजन जनवरी में फिर से होगा।
हालांकि सरकार के द्वारा अभी तारीखों का एलान नहीं किया गया है। रद्द की गई इस परीक्षा में कुल 2 लाख 11 हजार 174 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे।
राजसमंद के SP सुधीर चौधरी के मुताबिक, पेपर रेलमगरा से लीक हुआ था। अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सहायक तकनीकी कर्मचारी दीपक शर्मा (30) ने व्हाट्सएप गंगापुर सिटी के पवन सैनी से 100 में से 62 प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए। उसने 5 लाख में उत्तर पुस्तिका का सौदा किया और दो लोगों को वॉट्सऐप पर 6-6 लाख रुपये में बेचने के मकसद से भेजा।
दूसरी पारी का पेपर आउट होने के मामले में अब तक 11 लोगों को पुलिस के द्वारा हिरासत में लिया गया है। दीपक शर्मा को पुलिस के द्वारा रेलमगरा से गिरफ्तार किया गया। पेपर लीक मामलें में पुलिस के द्वारा देर रात दिल्ली समेत राज्य के 5 जिलों में आरोपियों की धड़पकड़ के लिए छापेमारी की। छापेमारी के दौरान भारत चौधरी नाम के युवक को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
रविवार शाम को बताया कि शनिवार को आयोजित दूसरी पारी की पेपर रद्द कर दिया गया। जिन अभ्यर्थियों ने दूसरी पारी का पेपर दिया था, उनके लिए वन रक्षक भर्ती परीक्षा दोबारा जनवरी में आयोजित की जाएगी।
हरिप्रसाद शर्मा,अध्यक्ष, कर्मचारी चयन बोर्ड
एक परीक्षार्थी गोविंद मीणा ने बताया कि 13 नवंबर को तीसरी पारी के पेपर की उत्तर पुस्तिका भी सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही थी। इस शीट में 50 उत्तर लीक हो गए थे। हालांकि बोर्ड ने इसे लीक नहीं माना है। वहीं भरतपुर में दोनों दिन 4 डमी परीक्षार्थी परीक्षा देते पकड़े गए। शनिवार को हुई परीक्षा में एक डमी परीक्षार्थी ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़ा गया।
राजसमंद एसपी सुधीर चौधरी ने रविवार को बताया कि पुलिस को एसओजी से इनपुट मिला था कि परीक्षार्थी दीपक शर्मा के पास परीक्षा से पहले उत्तर पुस्तिका है। दीपक शर्मा को 12 नवंबर को दूसरी पारी के पेपर से एक घंटे पहले दोपहर 1.30 बजे उत्तर पुस्तिका मिली थी। जब दीपक का व्हाट्सएप चेक किया तो 62 उत्तर विकल्पों के साथ मिले। उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
जब इस उत्तर पुस्तिका को पेपर के साथ मिलाया गया तो यह सही पाई गई। दीपक ने पुलिस को बताया कि यह उत्तर पुस्तिका उसे 9461*** सीरीज के वाट्सएप नंबर से मिली है। उसने 12 नवंबर को वॉट्सऐप वॉयस कॉल पर हुई परीक्षा की दूसरी पारी के प्रश्नपत्र का उत्तर देने के लिए 5 लाख रुपये का सौदा किया था।
डील के तहत परीक्षा से करीब 1 घंटे पहले उत्तर पुस्तिका व्हाट्सएप पर उपलब्ध कराने की बात हुई थी। जब पुलिस ने पूछा कि पेपर किस सोर्स से मिला है तो जयपुर के पवन सैनी (गंगापुर सिटी, सवाई माधोपुर निवासी) का नाम सामने आया। पुलिस ने पवन को भी हिरासत में लिया।