लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियों ने अपने अपने प्रत्याशियों ने मैदान में उतार दिए है। नामांकन की प्रकिया के बाद अब नाम वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। आखिर टिकट मिलने के बाद नेता पीछे क्यों हट रहे हैं?
बता दें कि जयपुर शहर से कांग्रेस के प्रत्याशी सुनील शर्मा का टिकट बदला गया और दूसरी तरफ राजसमंद से कांग्रेस के प्रत्याशी सुदर्शन रावत खुद अपनी उम्मीदवारी को वापस लेते हुए किसी अन्य को टिकट देने की अपील पार्टी नेताओं से कर रहे हैं। हालांकि ये सबसे बड़ा सवाल है कि कांग्रेस इस पर अपना फैसला सुनाएगी।
देश के पूर्वी हिस्से बंगाल और बिहार से चली चुनाव लड़ने से इनकार की बयार पश्चिमी हिस्से तक पहुंच गई है।
2 मार्च को बीजेपी की पहली लिस्ट में भोजपुरी कलाकार पवन सिंह का नाम घोषित किया गया। पहले पवन ने बीजेपी नेतृत्व का आभार जताया, लेकिन दो दिन बाद ही चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
ऐसे में पवन का इंकार करने की बयार राजस्थान आ पहुंची। कांग्रेस ने सुनील शर्मा की जगह प्रताप सिंह खाचरियावास को टिकट दे दिया। इसको लेकर ब्राह्मण समाज में काफी नाराजगी है।
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी से जयपुर का टिकट बदलने के बाद सांसद रामचरण बोहरा और दूसरे दावेदारों को भी अपने साथ लेकर बीजेपी प्रत्याशी मंजू शर्मा ने अपना नामांकरन भरा। इसके साथ ही बीजेपी पार्टी की एकजुटता साफ दिखाई दे रही है।