Dholpur: 'ग्राम रक्षक' करेंगे गांवों की रक्षा, 2 दर्जन गांवों में किए तैनात

बाड़ी सदर थाने से 'ग्राम रक्षक योजना' का शुभारंभ, पुलिस ने ग्राम रक्षकों को बैज लगाकर दिया प्रशिक्षण
Dholpur: 'ग्राम रक्षक' करेंगे गांवों की रक्षा, 2 दर्जन गांवों में किए तैनात
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धौलपुर के बाड़ी सदर थाने से 22 जुलाई को गांव की सुरक्षा अपने हाथ 'ग्राम रक्षक योजना' का शुभारंभ किया गया । सीओ बाड़ी मनीष कुमार ने ग्राम रक्षकों को बैज लगाकर प्रशिक्षण दिया गया और उनको उनके दायित्व समझाएं। बैठक के दौरान सदर थाना अधिकारी योगेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि फिलहाल सदर थाने के करीब 2 दर्जन गांवों में ग्राम रक्षक तैनात किए गए हैं। जिनको आज प्रशिक्षण देते हुए बैज लगाया गया है और उन्हें पुलिस की वे किस प्रकार मदद कर सकते हैं और अपराध रोकने में किस प्रकार सहायक हो सकते हैं इसकी पूरी ट्रेनिंग दी गई है।

बाड़ी सीओ ने बताया कि सामुदायिक पुलिसिंग एक सकारात्मक अवधारणा है जो पुलिस और जनता के बीच की दूरी को मिटाने में काम आती है। राजस्थान में सामुदायिक पुलिस व्यवस्था को संस्थागत बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों तक इसका विस्तार करने के लिए ग्राम रक्षक योजना को प्रारंभ किया गया है। जिले में यह बाड़ी सदर थाने से शुरू की गई है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आंतरिक सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के लिए ग्रामीणों और पुलिस में सामंजस्य संवाद और परस्पर विश्वास कायम करना है।

गौरतलब है कि बाड़ी सदर थाना क्षेत्र में चंबल का डांग एरिया आता है जहां अपराध अधिक होते हैं। इसी को लेकर ग्राम रक्षक योजना का शुभारंभ सदर थाने से किया गया है और थाना क्षेत्र के 2 दर्जन गांवों के युवाओं को बैज लगाकर ग्राम रक्षक बनाया गया है।

ग्राम रक्षक योजना के लाभ

  • इससे ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की पकड़ मजबूत होगी।

  • ग्रामीण लोगों की पुलिस के कार्य में भागीदारी होगी।

  • युवाओ में आत्मनिर्भरता, उत्तरदायित्व और अनुशासन की प्रवृत्ति का विकास होगा।करौली जिला

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