BJP Attacks Congress Opposition to ED Raids: राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित दो बड़े नेताओं के निवास पर ED की कार्रवाई के बाद सियासी बयानबाजी भी तेज है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीतिक द्वेष करार दिया, तो बीजेपी ने इसका स्वागत किया। बीजेपी ने कहा कि प्रदेश में एक के बाद एक 19 पेपर लीक हुए हैं और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है। ऐसे में ED की कार्रवाई से किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसका तो स्वागत किया जाना चाहिए।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने पलटवार करते हुए कहा कि गहलोत 5 साल अपने बेटे वैभव की चिंता और अपने ही विधायकों के पीछे जांच एजेंसी लगाने की बजाय अगर प्रदेश की कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर इन एजेंसियों को स्वतंत्र रूप से काम करने देते, तो शायद आज की दिन में देखने नहीं पड़ते।
सीपी जोशी ने कहा कि चोर की दाढ़ी में तिनका! सीएम गहलोत को ED से डर किस बात का है? अगर आप ठीक हैं, तो आपको चिंता किस बात की है? कुछ दिनों पहले गोपाल केसावत नोटों की गड्डियों के साथ गिरफ्तार हुआ। उसके बाद जो भ्रष्टाचार की धारा थी, वह सब हटा दी गई। उन्होंने पूछा कि भ्रष्टाचारियों को क्यों बचाया जा रहा है?
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान सरकार पर जमकर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री ने कहा, "70 लाख युवाओं का भविष्य जिस पेपर लीक की घटनाओं के कारण अंधकारमय हुआ, उन 70 लाख युवाओं में किसान, गरीब, दलित, आदिवासी वर्ग के बेटे और बेटियां शामिल थे।
शेखावत ने आरोप लगाया कि जब बेटे को पूछताछ के बुलाया जाता है तो मुख्यमंत्री तिलमिला जाते हैं. उनकी तिलमिलाहट और बौखलाहट साफ तौर पर देखी जा सकती है।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अमित गोयल ने ईडी कार्रवाई को लेकर कहा कि प्रदेश में लगातार एक के बाद एक लगातार 19 बार पेपर लीक हुए हैं, जिसको लेकर कई बार राज्य सरकार से मांग की गई कि पर एक्शन लिया जाए, लेकिन इसमें बड़े आरोपी तो छोड़िए, कोई छोटी मछली भी नहीं फंसी। प्रदेश में लाखों युवाओं के साथ कुठाराघात हुआ है, उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। ऐसे में अब ईडी अपनी कार्रवाई कर रही है तो उसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसका स्वागत करना चाहिए।
भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी ने कहा कि राजस्थान में 19 बार रिकॉर्ड पेपर लीक से 70 लाख से अधिक युवाओं का भविष्य खराब हुआ है। कांग्रेस के एक पूर्व राज्य मंत्री सहित आरपीएससी के सदस्य भी इस मामले में पकड़े गए हैं। ऐसे में ईडी की कार्रवाई हो रही है और कांग्रेस के नेता गलत नहीं हैं तो क्यों डर रहे हैं?
उन्होंने कहा कि राजस्थान में अगर सरकार एसीबी को कमजोर नहीं करती और भ्रष्टाचार करने वाले नेताओं को संरक्षण नहीं देती तो कार्रवाई की जरूरत ही नहीं थी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार में सरकारी ऑफिस में करोड़ों रुपए मिल रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने राजस्थान के 12 स्थानों पर कार्रवाई की। इनमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के पांच ठिकानों पर कार्रवाई की गई। इसमें जयपुर में तीन और सीकर में दो ठिकानों पर कार्रवाई हुई। वहीं, निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला से जुड़े सात स्थानों पर भी ईडी की टीम ने कार्रवाई की।