Ashok Gehlot on ED CBI Action: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान समेत सभी चुनावी राज्यों में चल रही ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनावी राज्यों में 2 महीने तक राजनीतिक लोगों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। सीएम गहलोत का यह बयान अपने आप में काफी हास्यास्पद है। गुरुवार को दिल्ली में पत्रकार वार्ता में उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई को गलत बताया।
यह सब जानते हैं कि चुनावी समय में राजनीतिक दल प्रचार के लिए गुपचुप बेहिसाब दौलत लुटाते हैं। ऐसे में जांच एजेंसियां की कार्रवाई रोकने का बयान से लगा है कांग्रेस को कहीं वह धन पकड़े जाने का डर तो नहीं है?
वहीं गहलोत अपनी सरकार के मंत्री, विधायकों को पाक साफ बताते हैं, जबकि सांसद किरोड़ी पेपरलीक मामले में काफी भष्ट्राचार होने और गणपति प्लॉजा के लॉकरों में कांग्रेसियों का बड़ी मात्रा में धन रखे होने का आरोप लगा चुके, जिनका खुलासा केंद्र की जांच एजेंसियां नहीं करेंगी तो क्या राज्य सरकार की एजेंसियां निष्पक्ष जांच कर पाएंगी?
इस तरह के अनेक प्रश्न ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की कार्रवाई पर गहलोत के सवाल उठाने से खड़े होते हैं। क्या गहलोत ये छापे रोकने की मांग इसलिए कर रहे हैं ताकि उनकी सरकार के कथित कुछ काले कारनामे, भ्रष्टाचार उजागर न हो सकें?
कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़, कर्नाटक से भी कई कारगुजारियां सामने आ चुकीं। कर्नाटक में तो हाल ही में कांग्रेस के करीबियों के यहां ईडी रेड में करोड़ों का कालाधन बरामद हो चुका।
जयपुर में पुलिस ने योजना भवन स्थित सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DOIT) के कार्यालय से दो करोड़ से अधिक की ब्लैक मनी और एक किलो के गोल्ड बिस्कुट बरामद हुए थे।
दो दिन पहले ही शिक्षा संकुल के पास शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान के मकान के पास कचरे के ढ़ेर में करोड़ों के लेनदेन की पर्चियां और नोटों की गडि्डयों के रेपर बरामद हुए।
जलप्रदाय योजना में करोड़ों का भ्रष्टाचार होने के विपक्ष आरोप लगा चुका।
सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा था, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के कार्यालय से कोई भी फाइल बिना भ्रष्टाचार के मंजूर नहीं होती।
कांग्रेस विधायक भरत सिंह अपने ही सरकर के खान मंत्री प्रमेद जैन भाया पर खान माफिया को बढ़ावा देने का आरोप कई बार लगा चुके।
राजेंद्र गुढ़ा ने लाल डायरी लहराकर गहलोत सरकार के कई काले कारनामे और भ्रष्ट्राचार में शामिल सफेदपोश लोगों को बेनकाब करने का आरोप लगाया, जिस पर उन्हें मंत्री पद गंवाना पड़ गया।
बीजेपी सांसद किरोड़ी मीणा ने पेपर लीक मामले का खुलासा कर इसमें सरकार के अनेक नुमाइंदों के शामिल होने का आरोप लगाया था। आरपीएससी सदस्य समेत अनेक लोगों के पकड़े जाने से काफी कुछ साबित भी हो गया।
सांसद किरोड़ी ने ही हाल ही में गणपति प्लॉजा के निजी लॉकरों में कांग्रेस के करीबी का 500 करोड़ रुपए और काफी सोना रखे होने का आरोप लगाया। इसकी जांच चल रही है। तीन लॉकरों में सवा करोड़ नकद और एक करोड़ का सोना मिला भी है। हालांकि इसका पूरा खुलासा होना अभी बाकी है, लेकिन किरोड़ी का दावा सच साबित होता नजर आ रहा है।