
लगातार बढ़ रही इन घटनाओ पर लगाम कसने के लिए BSF अब अल्ट्रा साउंड सुनने में माहिर जर्मन शेफर्ड एंटी ड्रोन डॉग स्क्वाॅड(German Shephard Anti Drone Dog Swaud) की तैनाती करने जा रही है। इस स्वॉयड की तैनाती BSF श्रीगंगानगर(Sriganganagar) क्षेत्र में करेंगी। बता दे इस स्वॉयड की तैनाती इससे पहले पंजाब में की जा चुकी है और अब राजस्थान और जम्मू से लगती सीमा पर इनकी तैनाती की जाएगी। ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ के नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फाॅर डॉग्स में एंटी ड्रोन डॉग स्क्वाॅड तैयार हो गई है। सबसे पहले इस स्वॉड की तैनाती अटारी बॉर्डर पर की गई थी जो पंजाब में पड़ती है। अब इस स्क्वाड की तैनाती राजस्थान बॉर्डर पर श्रीगंगानगर सेक्टर में तैनाती होगी।
सबसे पहले Frooti को भेजा पंजाब
बीते साल BSF ने डॉग्स में अल्ट्रा साउंड सुनने की विशेष खासियत होने के चलते उन्हें ट्रेनिंग दी। इसी कड़ी में टेकनपुर स्थित नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग्स में बीते साल की शुरुआत में ही इनकी ट्रेनिंग शुरू कर दी गई। सेंटर के डॉ. संदीप गुप्ता इस पर बात करते हुए बताते है कि जर्मन शेफर्ड के कान खड़े होते है और इसकी सुनने की क्षमता भी बेहतरीन होती है इसी वजह से इसका चयन किया गया है। एक साल तक इनका ट्रायल करने के बाद हमारी मेहनत सफल हुई और हमने हमारे पहले डॉग Frooti को इसके बाद पंजाब भेजा।
German Shepherd ही क्यों
German Shepherd भूकंप की अल्ट्रा साउंड तरंगें तक सुन सकते है।
कम और ज्यादा फ्रीक्वेंसी होने पर भी German Shepherd इंसानों से बेहतर सुनने की क्षमता रखते हैं।
German Shepherd के कान180 डिग्री तक मूव कर सकते हैं।
ये आवाज की दिशा को तुरंत ही भांप लेते हैं।
ये आंखों को भी फ्रंट और साइड दिशा में 270 से 300 डिग्री तक देख सकते है
ड्रोन अगर दिखाई देता है तो फिर ये उसी की दिशा में उसका पीछा करते है