Rajasthan Assembly Election 2023: जयपुर में शासन सचिवालय के लाइब्रेरी भवन में बुधवार अलसुबह आग लग गई। आग की वजह से कमरे का पूरा सामान जलकर राख हो गया। आग उस स्थान पर लगी, जहां राज्य सरकार के ट्विटर हैंडल का काम होता था। ऐसे में आग लगने के बाद भाजपा की ओर से निशाना साधा गया है।
भाजपा ने कहा है कि यह आग लगी नहीं है, बल्कि लगाई गई है। भाजपा का कहना है कि आग लगाकर भ्रष्टाचार के सबूत मिटाए गए हैं। सबूतों को मिटाने के लिए आग लगाने का खेल किया गया है। भाजपा इस मामले में निर्वाचन आयोग से जांच की मांग करेगी।
मामले के अनुसार सचिवालय की चौथी मंजिल पर लाइब्रेरी भवन है। जहां सीएम के ओसडी लोकेश शर्मा का कमरा है। जहां राज्य सरकार के सोशल मीडिया का काम होता है। आग सुबह करीब पांच बजे के आस पास लगी थी। जो धीरे धीरे बढ़ती गई। आग जब बढ़ गई तो सुबह आठ बजे मालूम चला।
सचिवालय सिक्योरिटी स्टाफ ने अपने स्तर पर आग बुझाई, लेकिन जब तक आग कंट्रोल हुई तब तक कार्यालय में रखा फर्नीचर, कम्प्यूटर, किताबें जल कर राख हो गई। राज्य सरकार की ट्वीटर हैंडल और सोशल मीडिया को यहीं पर हैंडल किया जाता था। आग की चपेट में आने से कई डिवाइस और सॉफ्टवेयर भी जल कर राख हो गए।
हैरानी की बात यह है कि सचिवालय के चौथी मंजिल पर आग लगने के बाद लाखों रुपए की सरकारी संपत्ति जल कर राख हो गई। लेकिन सचिवालय की ओर से आग को कंट्रोल करने के लिए दमकल को नहीं बुलाया गया। ना ही बनीपार्क और ना ही 22 गोदाम स्थित फायर स्टेशन को इस की जानकारी दी गई।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज का कहना है कि सीएम के ओएसडी लोकेश शर्मा के कमरे में आग लगी है। भ्रष्टाचार के सबूतों को मिटाने के लिए यह लगाई गई है। डिजाइन बॉक्स कंपनी को जनता की गाढ़े पसीने की कमाई से जो रुपए दिए गए हैं। इसके सबूतों को मिटाने के लिए आग लगाने का खेल किया गया है।
उन्होंने कहा कि आज तक सचिवालय में कितनी बार आग लगी है और आग के कारण व दोषियों का आज तक पता नहीं चला है। लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि आखिर विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान सचिवालय में ही आग क्यों लगती है?