डेस्क न्यूज – श्योपुर विधायक से सीतापुर आदिवासी के बयान के बाद मध्य प्रदेश में फिर से हलचल शुरू हो गई है। राज्य के दो मुख्य दलों भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। जहां एक और भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर विधायकों को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगा रही है, वहीं कमलनाथ सरकार ने भाजपा के विधायकों को कांग्रेस में खुलकर आने के लिए आमंत्रित किया है। मध्य प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने राजधानी भोपाल में कहा कि जो भी विधायक कांग्रेस में आना चाहते हैं, उनका पार्टी में स्वागत है। इसके साथ ही, पीसी शर्मा ने दावा किया कि भाजपा के कई विधायक सीमा पर हैं, जिससे कांग्रेस को समर्थन मिल सकता है।
कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत है और हमने किसी भी विधायक को लुभाने की कोशिश नहीं की। शोभा ओझा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भ्रमित हो गई है, अब उनके पास कहने को कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि जो विधायक कह रहे हैं कि उन्हें जनता के सामने लाने का लालच देने की कोशिश की गई है।
इससे पहले, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी अपने विधायकों को लालच दे रही थी, जिसकी शिकायत कई भाजपा विधायकों ने पार्टी संगठन से की थी। साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा के सभी विधायक चट्टान की तरह अपनी पार्टी के साथ खड़े थे।
गौरतलब है कि राज्य विधानसभा चुनावों के विभाजन के दौरान भाजपा के दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी,