Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। शुक्रवार को कोटा में कांग्रेस कार्यालय में एक पार्टी कार्यक्रम हो रहा था, यहां मंच पर ही प्रहलाद गुंजल और शांति धारीवाल दोनों की पुरानी अदावत दिख गई। मंच पर जैसे ही दोनों आमने-सामने हुए दोनों की बीच तीखी बहस हो गई। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया।
दरअसल, कोटा के गुमानपुरा स्थित कांग्रेस कार्यालय में पार्टी का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, इसमें जिले के कई बड़े कांग्रेसी नेताओं को बुलाया गया, इसी में शांति धारीवाल व बीजेपी से कांग्रेस में गए प्रहलाद गुंजल को बुलाया गया था। यहां मंच पर दोनों में बहस होने लगी। दोनों ने एक दूसरे को जमकर खरी-खोटी सुनाई।
कांग्रेस के मंच पर प्रहलाद गुंजल का भाषण खत्म होने के बाद जब शांति धारीवाल से बोलने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा की पहले एक बार फिर गुंजल से बुलवाओ, जिस पर प्रहलाद गुंजल ने मंच से एक बार फिर कहा की विपक्ष में जो भी आरोप-प्रत्यारोप उन्होंने कांग्रेस और शांति धारीवाल पर लगाए थे वे सब अब समाप्त है और अब आपस में उनका कोई विरोध नहीं है।
पर कांग्रेसी नेता शांति धारीवाल नहीं मानें, उन्होंने कहा कि पहले ये कहो कि आपने जो आरोप रिवर फ्रंट पर लगाए या मेरे होटल पर लगाए और मेरे ऊपर लगाए वे सब झूठे हैं। जिस पर प्रहलाद गुंजल भी मंच पर खड़े हो गए और बोले कि धारीवाल जी आप पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और आपको ऐसा बोलना शोभा नहीं देता है।
धारीवाल ने मंच से संबोधित करते हुए कहा गुंजल को कांग्रेस में आने के बाद सेक्यूलर बनना होगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि जो विधानसभा चुनाव में उन्होंने आरोप रिवर फ्रंट और मकान को लेकर लगाए थे वह सब गलत थे। इस पर गुंजल ने मंच पर ही खड़े होकर कहा, 'आप जैसे सीनियर नेता को इस तरह की बाते करना शोभा नहीं देता है।' इस पर धारीवाल ने कहा 'जो मुझे कहना है, मैं वो तो कहूंगा'।
इसके बाद दोनों के समर्थक आपस में उलझ गए और आक्रोशित हो गए और देखते-देखते ही कांग्रेस कमेटी की मीटिंग हंगामे की भेंट चढ़ गई। मीटिंग में धारीवाल जिंदाबाद और प्रह्लाद गुंजल जिंदाबाद के नारे लगने लगे। जिसके बाद प्रहलाद गुंजल ने माहौल को संभाला और कहा कि वे आखिरी सांस तक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ हैं।