परीक्षा लीक का केंद्र बन चुकी मरुभूमि राजस्थान में एक बार फिर से एक और परीक्षा रद्द कर दी गई है। इस बार नंबर LDC का आया है। आपको बता दे की इस साल 13 मार्च को एलडीसी भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। 1760 पदों के लिए आयोजित की गई इस परीक्षा के answer key और रिजल्ट दोनों ही जारी कर दिए गए थे। अगले महीने यानी की जुलाई में इसी सम्बन्ध में कंप्यूटर टेस्ट का आयोजन होना था लेकिन अब वो रद्द कर दिया गया है।
राजस्थान हाईकोर्ट एलडीसी के पदों में भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन एक अक्टूबर से एक नवंबर 2020 तक भरवाए गए थे। और परीक्षा का आयोजन इस साल हुआ, यानी की देर तो पहले ही देखने को मिल गई थी। इसके बाद भर्ती में गड़बड़ी को लेकर इसके खिलाफ कई जिलों में शिकायत दर्ज की गई। जिसके बाद इसे रद्द करने का फैसला लिया गया। एक बार फिर से प्रदेश में एक और परीक्षा नए सिरे से होगी। आने वाले समय में सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर इसकी सूचना भी दे दी जाएगी।
हालाँकि मसला ये है की परीक्षा आयोजन के मामले में प्रदेश की व्यवस्था इतनी पंगु क्यों है। हाल ही में प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा में भी गड़बड़ी सामने आई थी। REET की परीक्षा तो होती ही लीक होने के लिए है। UGC की तरह प्रदेश की परीक्षाएं क्यों नहीं हो सकती। एग्जाम फॉर्म की सबसे अधिक फीस राजस्थान में वसूली जाती है उसके बावजूद भी सरकार ढंग की परीक्षा का आयोजन करवा पाना सरकार के बस की बात नहीं दिखाई पड़ती।
संभव है की अगले साले पेश होने वाले बजट में प्रदेश सरकार परीक्षा के पुनर्योजन के लिए भी अलग से कोष बनाकर रखे। बेरोजगारी के मामले देश में टॉप 3 शामिल वीरभूमि राजस्थान के लिए भर्ती परीक्षा इतना बड़ा सर दर्द क्यों है ये सोचने की विषय है।
सोचने से भी ज्यादा इस मामले पर काम करने की जरुरत है। क्यूंकि कागज़ो में तो सरकार नक़ल विरोधी कानून तक बना चुकी है। उसके बावजूद भी ऐसे मामलो का सामना आना प्रदेश सरकार के ऊपर साफ़ तौर पर लानत भेजता है।