Rajasthan: भ्रष्टाचार पर प्रहार! गहलोत सरकार के 10 मंत्रियों पर घोटाले के आरोप, होगी जांच

Rajasthan News: गहलोत सरकार में हुए घोटालों व भ्रष्टाचार की परतें उधड़ रही हैं। गहलोत सरकार के 10 से ज्यादा नेताओं, मंत्रियों पर घोटालों के आरोप लगाते हुए सीएम से शिकायत की गई है।
Rajasthan: भ्रष्टाचार पर प्रहार! गहलोत सरकार के 10 मंत्रियों पर घोटाले के आरोप, होगी जांच
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Rajasthan News: बीजेपी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाती रही है। अब पिछली गहलोत सरकार के 10 से ज्यादा नेताओं को घेरने की तैयारी है। बीजेपी के कई मंत्रियों और विधायकों ने पूर्व मंत्रियों पर घोटालों का आरोप लगाते हुए सीएम भजनलाल शर्मा को शिकायत सौंपी है। कुछ ने कथित घोटालों के दस्तावेज़ भी दिए हैं। बीजेपी के पूर्व मंत्री धन सिंह रावत ने कहा, हममें से 10-12 लोगों ने जाकर सीएम को लिखित शिकायत दी है। सीएम ने पूरे दस्तावेज देखे और कहा कि वह जांच कराएंगे।

इन नेताओं के खिलाफ है शिकायतें

बीडी कल्ला और भंवरसिंह भाटी: आरोप है कि भाटी-कल्ला के परिवार के सदस्य जमीन और बजरी माफिया से जुड़े हुए थे। करोड़ों के घोटाले किए गए।

जाहिदा खान: 110 करोड़ के स्मार्ट क्लास प्रोजेक्ट में कमीशन न मिलने पर 9401 स्कूलों में काम रोकने और अन्य घोटाले का आरोप।

प्रमोद जैन भाया: शिकायत है कि खनिज स्टॉक, बजरी, सीमेंट ब्लॉक और अन्य कार्यों-परियोजनाओं में करीब 66 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है।

सालेह मोहम्मद: जैसलमेर में पीएम फसल बीमा योजना के तहत फसल खरीद में मिलीभगत का आरोप है। ग्राम सेवा सहकारी समितियों की मिलीभगत से किसानों को अंधेरे में रखकर फर्जी बटाईदारों द्वारा करोड़ों का फसल बीमा ले लिया गया। 300 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। सड़क टेंडर में भी फर्जीवाड़े की शिकायतें मिल रही हैं।

सुभाष गर्ग: भरतपुर में लंबित पट्टे शीघ्र तैयार कर घर-घर बांटने की पूर्व मंत्री सुभाष गर्ग की शिकायत है। राजीव गांधी स्टडी सर्कल में भागीदारी पर संदेह और स्ट्रांग रूम से पेपर लीक की शिकायतें।

अर्जुन बामनिया: पूर्व मंत्री धनसिंह रावत ने पूर्व जनजाति राज्य मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया के खिलाफ उच्च स्तरीय कमेटी से जांच कराने की मांग की है। आरोप है कि बामनिया ने अपने विभाग का निर्माण कार्य स्वच्छता विभाग से करवाया। 2019-23 तक निर्माण कार्य दिया गया था कोई टेंडर नहीं निकाला गया. स्वच्छ विभाग के माध्यम से अपने चहेतों को बीएसआर दर पर काम दिया। बड़े कमीशन का खेल खेला है. कई कंपनियों में मंत्री की अप्रत्यक्ष भागीदारी भी थी।

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