Rajasthan: धर्मांतरण अंतरराष्ट्रीय साजिश, सरकार बनाए सख्त कानून: वासुदेव देवनानी

Barmer News: बाड़मेर में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि धर्मांतरण को लेकर वसुंधरा सरकार में लाए गए कानून को गहलोत सरकार ने इग्नोर किया और इस पर किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया गया।
Rajasthan: धर्मांतरण अंतरराष्ट्रीय साजिश, सरकार बनाए सख्त कानून: वासुदेव देवनानी

Assembly Speaker Devnani's Statement on Conversion: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बाड़मेर में मीडिया से बातचीत में धर्मांतरण को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्र विरोधी ताकतें धर्मांतरण करवाकर भारत को कमजोर करना चाहती हैं। यह अंतरराष्ट्रीय साजिश है, ऐसे में राज्य सरकार को इस मसले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कानून बनाना चाहिए।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि धर्मांतरण का मामला निश्चित रूप से गंभीर और चिंताजनक है। 2018 में वसुंधरा सरकार के दौरान हमने धर्मांतरण पर कानून भी बनाया था, लेकिन आचार संहिता लगने की वजह से कानून लागू नहीं हो सका था। देवनानी ने कहा कि कांग्रेस की पिछली गहलोत सरकार ने इस कानून को इग्नोर किया और इस पर किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया गया।

धर्मांतरण कराने वालों को मिलता रहा प्रोत्साहन

बाड़मेर में रविवार को विधानसभा में कई बार धर्मांतरण का मुद्दा भी उठा, लेकिन कोई कार्यवाई नहीं हुई, उल्टे कांग्रेस सरकार में धर्मांतरण कराने वालों को प्रोत्साहन मिलता रहा। देवनानी ने कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें धर्मांतरण के लिए लोगों को प्रलोभन, लालच और दबाव डालती हैं। इस पर राज्य सरकार को सख्त कानून बनाना चाहिए, ताकि राजस्थान में धर्मांतरण को रोका जा सके।

स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आकर करें सहयोग

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में पीएम मोदी के नेतृत्व में मजबूत सरकार है। देश के अलग-अलग हिस्सों में जहां डबल इंजन की सरकारें हैं, वहां धर्मांतरण के मामलों में कमी आई है। अब राजस्थान में भी डबल इंजन की सरकार है। ऐसे में यहां भी राज्य सरकार सख्त कानून लेकर आएगी।

उन्होंने कहा कि सरकार के साथ ही स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आएं और ऐसा वातावरण बनाएं, जिससे धर्मांतरण के मामलों में कमी आए। कई स्कूलों में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं, जिसके बाद शिक्षा मंत्री इस मामले को लेकर जागरुक हैं और कई जगह कार्रवाई भी की गई है।

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