
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के पहले ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है। राजस्थान की की एंटी करप्शन ब्यूरो के तरफ से कई निजी ठेकेदारों और अन्य के खिलाफ अनियमितताओं को छिपाने को लकेर एफआईआर दर्ज करायी गई थी।
इसको लेकर ईडी की तरफ से एक आईएएस अधिकारी के घर पर छापेमारी की जा रही है। इसकी के साथ ही 25 अलग जगह पर भी ईडी की कार्रवाई चल रही है।
बीजेपी के राज्यसभा सांसद ने आऱोप लगाते हुए कहा था कि राजस्थान में जल जीवन मिशन लागू करने के नाम पर 20 हजार रुपये का घोटाला हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि जल मिशन के 48 प्रोजेक्ट में फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट्स के आधार पर दो कंपनियों को लगभग 900 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया था।
ईडी ने इससे पहले हुई छापेमारी में जल जीवन मिशन से जुड़े कई लोगों के बैंकों के लॉकर खंगाले। इस दौरान लगभग 5.86 करोड़ रुपये का सोना और चांदी जब्त किया गया। ईडी को कुल मिलाकर 9.6 किलो सोना और 6.3 किलो चांदी बरामद हुआ था।
मीणा ने कहा था कि केंद्र सरकार के जल मिशन योजना के तहत करोड़ों का घोटाला किया गया है। वहीं उन्होंने कहा कि ये सब पीएचईडी के मंत्री और विभाग के सचिव की मिली भगत है।
बता दें कि केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना का लक्ष्य है कि हर घऱ नल कनेक्शन जरिए पीने योग्य उपलब्ध हो। इस पूरे राजस्थान में लागू करने का जिम्मा पीएचईडी के पास है।
ईडी ने इससे पहले हुई छापेमारी में जल जीवन मिशन से जुड़े कई लोगों के बैंकों के लॉकर खंगाले।
इस दौरान लगभग 5.86 करोड़ रुपये का सोना और चांदी जब्त किया गया। ईडी को कुल मिलाकर 9.6 किलो सोना और 6.3 किलो चांदी बरामद हुआ था।