Rajasthan Election: "7 गारंटी 7 झूंठ"; गहलोत के वादों पर बीजेपी का पलटवार

BJP Counterattack on Gehlot Government: केंद्रीय मंत्री शेखावत ने गहलोत सरकार की गारंटियों को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि इनके अब तक के सारे वादे झूंठे साबित हुए हैं।
Rajasthan Election: "7 गारंटी 7 झूंठ"; गहलोत के वादों पर बीजेपी का पलटवार

BJP Counterattack on Gehlot Government: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर कई तरह की घोषणाएं राजनीतिक दल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री गहलोत अपनी योजनाओं और नई गारंटी यों के दम पर सरकार को रिपीट करने का दावा कर रहे हैं। उस पर पलटवार करते हुए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री गहलोत की 7 गारंटियों को कांग्रेस के 7 झूठ करार दे दिया है।

अंग्रेसी माध्यम के शिक्षक ही नहीं

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, "अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में से एक भी स्कूल में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ा हुआ शिक्षक नहीं है। हिंदी माध्यम से पढ़े शिक्षक ही जैसे तैसे इन बच्चों को पढ़ा रहे हैं। पिछले दिनों अंग्रेजी स्कूलों के 125 शिक्षकों ने वापस हिंदी माध्यम स्कूलों में लगाने के लिए आवेदन कर दिया, क्योंकि वे अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने में असमर्थ थे। इन स्कूलों में 58 प्रतिशत पद रिक्त हैं।"

पुरानी पेंशन: घोषणा कर लाभ नहीं दिया

पुरानी पेंशन योजना की गारंटी पर उन्होंने कहा "केन्द्र सरकार ने पुरानी पेंशन योजना की समीक्षा के लिए समिति गठित की है। राज्य सरकार ने इस योजना की घोषणा तो कर दी, लेकिन इसके क्रियान्वयन में खामी है. इस योजना को लागू करते समय जिस महिला कर्मचारी राजकुमारी जैन को ओपीएस का ब्रांड एम्बेसेडर बनाया गया था, उसे ही इसका लाभ नहीं मिला। यह सरकार की घोषणा की सच्चाई है"

गोपालकों मुआवजे का अब तक इंतजार

गोबर खरीदने की गारंटी पर उन्होंने कहा "सरकार ने लंपी में गायों को अधिकतम चालीस हजार रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की थी, आज तक वही पूरी नहीं की गई आज तक एक भी गोपालक को पूरे चालीस हजार रुपए नहीं दिए गए। दुधारू गायों के लिए प्रति किलो दूध के हिसाब से मुआवजा तय किया गया, जो अधिकतम पांच हजार से ज्यादा नहीं बैठता. सरकार खोखली गारंटी दे रही है।"

...और इनका क्या?

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार ने चार साल पहले आठवीं, दसवीं और बारहवीं के मेधावी विद्यार्थियों को मुफ्त लैपटॉप देने की घोषणा की थी, वह घोषणा आज तक पूरी नहीं हुई।

सरकार ने पहले भी चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख के बीमा कवर की बात कही है, लेकिन आज तक एक भी व्यक्ति को 25 लाख की चिकित्सा सहायता नहीं दी गई। यहां तक पांच लाख से अधिक का स्वास्थ्य बीमा कवर लेने वाले मरीज भी गिने चुने ही हैं। केन्द्र सरकार की दो योजनाएं आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना पहले से ही चल रही है।

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