Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने एक बार फिर अपना कुनबा बढ़ाया है। नई दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय मुख्यालय पर प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने से ठीक पहले मेवाड़ के पूर्व राजघराने के विश्वराज सिंह मेवाड़ और राजपूत समाज के कद्दावर नेता रहे लोकेंद्र सिंह कालवी के पुत्र भवानी सिंह कालवी ने भाजपा ज्वाइन कर ली। सूत्रों की मानें तो विश्वराज सिंह और भवानी सिंह कालवी दोनों ही विधानसभा के चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा में शामिल हुए विश्वराज सिंह मेवाड़ को नाथद्वारा से विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के सामने भाजपा अपना उम्मीदवार बना सकती है। इसके साथ ही उदयपुर शहर विधानसभा सीट को लेकर भी उनके नाम की चर्चा चल रही है।
वहीं, भवानी सिंह कालवी को नागौर जिले की डेगाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की चर्चाएं चल पड़ी है। वे पिछले लंबे समय से डेगाना में काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं। डेगाना से पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कद्दावर नेता रिछपाल मिर्धा के पुत्र विजयपाल मिर्धा ने जीत हासिल की थी।
बता दें कि इस बार भाजपा यह प्लान बना रही है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं को उनकी विधानसभा सीट पर मजबूत प्रत्याशी उतारकर घेरा जाए। जिससे वे नेता दूसरी विधानसभाओं पर ध्यान देने की बजाय अपनी सीट पर ज्यादा ध्यान दें। इससे कांग्रेस का चुनाव प्रचार भी प्रभावित होगा। इसी रणनीति के तहत भाजपा काम कर रही है।
विश्वराज सिंह मेवाड़ को नाथद्वारा से सीपी जोशी के सामने उम्मीदवार खड़ाकर भाजपा सीपी जोशी को घेरने के मूड में है।
बता दें कि भवानी सिंह कालवी पोलो खिलाड़ी हैं। वे पूर्व मंत्री कल्याण सिंह कालवी के पौत्र हैं। वहीं, उनके पिता लोकेंद्र सिंह कालवी करणी सेना के संस्थापक रहे हैं। कुछ समय पहले लोकेंद्र सिंह कालवी का निधन हो गया था। पिछले चुनावों में भाजपा की नागौर में स्थिति बेहद कमजोर रही है। डेगाना में राजपूत वोटर्स निर्णायक स्थिति में है।
जिसे देखते हुए पार्टी संभवत: अगले चुनाव में भवानी सिंह कालवी को प्रत्याशी बना सकती है। पिछले चुनाव में भाजपा के अजय सिंह किलक को कांग्रेस के विजयपाल मिर्धा ने करीब 21 हजार से ज्यादा वोट के अंतर से हराया था।